नोटबंदी के 14 महीने बाद कानपूर के होटल से बरामद हुए 100 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी

नोट बंदी हुए आज करीब एक साल से भी ज्यादा समय बीत चूका है लेकिन फिर भी कई ऐसे लोग है जो ब्लैक मनी छिपा के अब तक रखे हुए हैं और शायद इसी फ़िराक में हैं की वो अपने इस ब्लैक मनी को सफ़ेद करने में कामयाब हो जायेंगे ऐसा ही एक मामला सामने आया है कानपूर से जहाँ अभी अभी एनआईए और ईडी से मिले  कुछ सुराग के बाद पुलिस ने  कानपुर  के एक होटल में छापेमारी की तो वहाँ से पुलिस ने पुराने नोटों का सबसे बड़ा जखीरा मिला है जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया  है इस पूरे मामले में पुलिस ने कानपुर  के एक  नामी बिल्डर, कपड़ा कारोबारी और इसके साथ ही एक  मनी एक्सचेंजर समेत 7 लोगों को करीब 90 करोड़ रुपये के  पुराने नोटों के साथ पकड़ा है.

ये मामला नोटबंदी करीब 14 महीने बाद सामने आया है और सबसे बड़ी सोचने की बात तो यही है की आखिर इतने दिनों के  बाद अचानक से  इतनी बड़ी रकम आई कहाँ से  और इसे कहां खपाने की तैयारी थी, इसक मामले को लेकर पुलिस की कई टीम मौके पर  गिरफ्तार हुए  लोगो से पूछताछ करने में लगी हुई है |

ख़बरों के मुताबिक बताया जा रहा है कि पुलिस को पुराने नोटों के जखीरे के बारे में कहीं से गुप्त सूचना मिली थी. जिसके तुरंत बाद ही पुलिस के अफसरों ने कानपूर में स्थित होटल गगन में अचानक से  छापा मार दिया तब  तो उनकी आखें फटी की फटी  रह गई. आपको बता दे की इस होटल के एक कमरे में ही नहीं बल्कि कई कमरों में बिस्तर की तरह नोटों के बंडलों को छिपाकर रखा गया था |

आपको बता दे की  इस मामले के बारे में एनआईए को एक गुप्त सुचना मिली थी कि उत्तरप्रदेश के जिले  कानपुर समेत कई जिलों में मनीचेंजर गैंग सक्रिय है जो औने पौने दाम पर पुरानी करेंसी को नई करेंसी में बदलने का कम कर रहे हैं| एनआईए की इसी सूचना के बाद विशेष टीम बनाकर मनी एक्सचेंजर और कुछ संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही थी, जिसके बाद यह बड़ी कामयाबी हाथ लगी है| इसके पहले मेरठ के एक बिल्डर संजीव मित्तल के पास से पुलिस ने 25 करोड़ के पुराने नोट बरामद किए थे |

जब पुलिस वहाँ पहुंची तब पुलिस ने मौके से वहाँ मौजूद संतकुमार, संजय सिंह, अनिल और सहारनपुर के विजय प्रकाश और ओमप्रकाश को इस मामले में अरेस्ट कर लिया है  इस पूरे मामले के  बारे में एसएसपी ए. के. मीणा ने बताया है  कि, “हमें सूचना मिली थी कि कानपुर के कुछ बड़े व्यापारी और बिल्डर ने करोड़ों की तादाद में पुराने नोट छिपा रखे हैं. जिसके आधार पर ही  हमने छापा मारा और वहाँ से करोड़ों रुपये के नोट बरामद हुए हालांकि  इस मामले में अभी और भी कई लोगों के जुड़े होने के सबूत मिले हैं. जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगी हुई है और उन्हें जल्द ही पकड़ भी  लिया जाएगा|

पुलिस के मुताबिक अभी जो पुराने नोट बरामद हुए है उनकी गिनती चल रही है और यह भी कहा जा रहा है कि ये रकम 100 करोड़ के ऊपर ही  है और पुलिस का कहना है की इन पुराने .नोटों इतनी बड़ी तादाद में होने की वजह से उन्हें रखने के लिए अलग से कई सारे बक्से मंगवाने पड़े.