इस दिन से शुरू हो जाएगा खरमास, इससे पहले सिर्फ 5 दिन ही होंगे मांगलिक कार्य

शादी विवाह का समय चल रहा है ऐसे में हर तरफ शहनाईयां ही गूंज रही हैं। बात करें हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों की तो यह तो सच है कि हम सभी कोई भी शुभ काम करने से पहले शुभ मुहूर्त देखते हैं। शुभ मुहूर्त के अनुसार ही हर कोई किसी भी नए व शुभ कार्य की शुरूआत करता है। लेकिन क्या आपको पता है कि हिंदू पंचाग के अनुसार कुछ माह ऐसे भी होते हैं जिनमें आप कोई भी शुभ काम कर सकते हैं लेकिन कुछ एक महीने ऐसे भी होते हैं जिनमें कोई भी शुभ काम नहीं करने चाहिए। जी हां ऐसे माह को खरमास या मालमास बोला जाता है। इस साल लगने वाले खरमास की बात की जाए तो यह 13 दिसंबर 2019 से शुरू हो रहा है जो कि अगले साल यानी 2020 के 14 जनवरी तक रहेगा।

कहा जाता है कि इस माह के दौरान शादी, सगाई, गृह प्रवेश, नामकरण, जैसे मंगल कार्यों को नहीं किया जाता। मान्यता तो यह भी है कि खरमास के दौरान कोई भी मंगल काम करने से उसका अच्छा फल नहीं प्राप्त होता। 15 जनवरी यानी मकर संक्राति के दिन से ही देवताओं के दिन शुरू हो जाते हैं। 15 जनवरी को सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। सूर्य का किसी भी राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है। जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है तो इसे धनु संक्रांति कहते हैं। इसमें सूर्य का प्रवेश विशेष परिणाम पैदा करता है। शास्त्रों की मानें तो इस समय कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होते। साथ ही बीमारियां और रोग बढ़ जाते हैं।

अब आपके मन में ये बात आ रही होगी कि आखिर खरमास में कोई भी शुभ कार्य क्यों नहीं किए जाते तो आपको बता दें कि सूर्य के धनु राशि में होने के कारण सूर्य की स्थिति कमजोर मानी जाती है। सभी मंगल कार्यों के लिए सूर्य का मजबूत स्थिति में रहना काफी जरूरी होता है। शुभ मुहूर्त देखते हुए सूर्य की स्थिति काफी जरूरी मानी जाती है। कहने का अर्थ ये है कि अगर आप भी कोई शुभ काम करने की सोच रहे हैं तो या तो उन्हें खरमास शुरू होने से पहले करें या खरमास खत्म होने के बाद।

तो आइए जानते हैं कि खरमास शुरू होने से पहले आखिर कौन-कौन से दिन हैं जो काफी शुभ हैं

– 30 नवंबर
– 5 दिसंबर
– 6 दिसंबर
– 11 दिसंबर
– 12 दिसंबर

यानि की नवंबर से शुरू होने वाले सभी शुभ काम दिसंबर 12 तक ही किए जाएंगे। शादी के मुहूर्त की बात करें तो वह 12 दिंसबर तक ही है। इसके बाद सभी काम 15 जनवरी 2020 से शुरू होंगे। इसीलिए लोगों का मनना है कि 13 दिसंबर से ही खरमास या अधिकमास शुरू हो जाएगा। चाग की मानें तो जब से सूर्य बृहस्पति राशि में प्रवेश करता है तभी से खरमास या मलमास या अधिकमास प्रारंभ हो जाता है। हिन्दू धर्म में इस महीनें को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस महीने में किसी भी तरह के नए काम या शुभ काम नहीं किए जाते हैं। आपको बताते चलें कि खरमास को लेकर लोगों के मन में कई सारी संकाए रहती है। कई लोग तो इस दिन से भी डरते हैं।