अपने ऑफिस को दोबारा से नहीं बनवा पाएंगी एक्ट्रेस कंगना रानौत, बोली- “मेरे पास अब”…

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रानौत अपनी हर बात को पब्लिक के सामने बेबाकी से रखती हैं. हाल ही में उनके साथ जो हुआ, उससे पूरा देश वाकिफ है. दरअसल अभिनेत्री के 15 साल की मेहनत एक ही पल में बीएमसी ने तहस-नहस करके रख दी. बीते बुधवार को उनके मुंबई के पाली विला स्तिथ ऑफिस को बीएमसी ने अवैध बता कर उसमे तोड़फोड़ अंजाम दी. यह ऑफिस कंगना ने लगभग 48 करोड़ रूपये का बनवाया था. ऐसे में अब बीएमसी के उस ऑफिस को तोड़ने के बाद वह बुरी तरह से टूट चुकी हैं. हाल ही में अभिनेत्री का एक नया बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने कहा है कि वह अब दोबारा उस ऑफिस का निर्माण नहीं करवा सकेंगी क्यूंकि अब उनके पास इतने पैसे नहीं बचे हैं.

कंगना ने इस बात को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के ज़रिए बोला है. बता दें कि कंगना सोशल मीडिया पर इन दिनों काफी सक्रिय है. वह पिछले कुछ समय से सुशांत सिंह राजपूत मामले में भी आगे बढ़ कर सामने आ रही हैं और बॉलीवुड में फैले ड्रग माफिया और नेपोटिज्म के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं. ऐसे में उनकी जुबानी जंग इन दिनों महाराष्ट्र की सरकार और शिवसेना के लीडर संजय राउत से देखने को मिल रही है. वह लगातार महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना पर निशाना साध रही हैं. ट्विटर पर इससे पहले भी उन्होंने बीएमसी द्वारा ध्वस्त किए गए उनके ऑफिस के बारे में सख्त आलोचना की थी.

वहीँ अब एक नई पोस्ट के ज़रिए अभिनेत्री ने कहा है कि, “मैंने 15 जनवरी को ही ऑफिस खोला था. लेकिन इसके बाद कोरोना वायरस जैसी महामारी फ़ैल गई. पूरे देश की तरह मैं भी इस समय के दौरान कुछ ख़ास काम नहीं कर पाई. मेरे पास अब इतने पैसे नहीं बचे हैं कि मैं दोबारा से इसका निर्माण करवा पाऊं. इसलिए मैं अब से इसी खंडर से काम की शुरुआत करूंगी. मैं इसे एक महिला ऑफिस की तरह इस्तेमाल करूंगी, जिसे उसकी आवाज़ उठाने के चलते बर्बाद कर दिया गया है.”

जानकारी के लिए बता दें कि अभिनेत्री कंगना का यह तवीत सोशल मीडिया पर काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है. उनके फैन्स और तमाम लोग इस ट्वीट पर अपने रिएक्शन दे रहे हैं. वहीँ दूसरी तरफ कंगना और संजय राउत की जुबानी जंग ने अब राजनीतिक रूप धारण कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार को ऑफिस ध्वस्त होने के बाद कंगना अपनी बहन चंदोली के साथ ऑफिस का जायजा लेने पहुंची थी ऐसे में वह काफी भावुक हो गईं थीं.