फिल्मों से कम नही थी सौरव गांगुली की प्रेम कहानी, एक ही लडकी से करनी पड़ी दो बार शादी

भारतीय टीम में सौरव गांगुली की अपनी एक अलग ही पहचान है| 90 के दशक के कुछ सबसे प्रतिभावान बल्लेबाजों में शामिल सौरव को भातीय टीम में ‘दादा’ के नाम से बुलाया जाता था| ऐसा होने का सबसे बड़ा कारण था उनका स्वभाव और दूसरा उनका खेल और नीति| सौरव नें न सिर्फ टीम में अहम भूमिका निभाई बल्कि असल जिंदगी में भी कई लोगों के दिलों में रहे| ऐसे में आज इस पोस्ट में हम आपको दादा की असल जिंदगी के एक किस्से से रूबरू कराने जा रहे हैं| बता दें के यह किस्सा इनकी प्रेम कहानी का है|

आपको यह तो पता ही होगा के सौरव गांगुली नें डोना रॉय से शादी की थी| लेकिन शायद ही आपको यह पता होगा के इनका यह प्यार बचपन से ही था| बात काफी वक्त पहले के है जब डोना और सौरव गांगुली का परिवार पडोसी हुआ करता था| दोनों बचपन से अच्छे दोस्त से और कब इन्हें एक दुसरे से प्यार हो गया इन्हें भी पता नही चला| इन दोनों के परिवारों में भी काफी अच्छे सम्बन्ध थे| लेकिन कुछ वक्त के बाद इन परिवारों में आपसी विवाद हो गया| जिसका दोनों के प्यार पर भी असर पड़ा|

परिवारों के ऐसे सम्बन्धों के बाद भी दोनों एक दुसरे से मिलते रहे| सौरव गांगुली उस वक्त सेंत जेवियर स्कूल में पढ़ते थे जबकि डोना लोरेटो कान्वेंट स्कूल में| सौरव और डोना एक दुसरे से स्कूल के बहाने ही मिलते रहे| जहा एक तरफ डोना डांस की शौक़ीन थी वहीँ दूसरी तरफ सौरव गांगुली के परिवार में इसे नापसंद किया जाता था| लेकिन सौरव की बात करें तो इन्हें खुद भी अपनी फ्रेंड डोना का डांस ख़ासा पसंद आता था|

वहीँ दूसरी तरफ सौरव के मैच के लिए डोना भी काई उत्साहित होकर मैच देखने जाती थीं| साल 1996 में सौरव का चयन इंग्लैंड के लिए किया गया जहा के लॉर्ड्स स्टेडियम में इन्होने डेब्यू टेस्ट में इन्होने शतक जड़कर अपना नाम बना लिया| इसके बाद इनकी मुलाकात बंगाल के फेमस बल्लेबाज़ मौली बनर्जी से जिनसे के इन्होने अपने हालात ज़ाहिर किये| इसके कुछ वक्त बाद सौरव, डोना और मौली के साथ शादी के लिए कोर्ट पहुंचे| हालाँकि इस बार वो मीडिया के चलते वापिस आ गये|

लेकिन कुछ वक्त बाद मौली नें कोर्ट से शादी का रजिस्टर घर ही मंगा लिया जहा दोनों नें कोर्ट मैरिज कर ली| इस शादी के वक्त जहाँ सौरव की उम्र 27 की थी वहीँ उनकी पत्नी बन चुकी डोना महज़ 20 साल की थीं| तारिख रही 12 अगस्त, 1996 जब पहली बार सरकारी नियमों के साथ दोनों नें कोर्ट मैरेज का फैसला लिया| लेकिन इनकी शादी का यह राज अधिक दिनों तक छिप नही पाया और धीरे धीरे सबको पता चल गया| लेकिन दोनों का प्यार सच्चा और अटल था जिसकी वजह से दोनों परिवारों को झुकना पड़ा| इसके बाद इन्हें एक मैच के सिलसिले में श्रीलंका गये|

श्रीलंका से लौटने के बाद 21 फरवरी, 1997 को सौरव और डोना दोनों के ही परिवार वालों नें धूमधाम से दोबारा इनकी शादी कराई| इसके बाद दोनों फेरो के साथ इस पवित्र बंधन में बंध गये|