आपके शरीर के आँतों में जमी सारी गंदगी को बाहर कर देगा यह असरदार नुस्खा

ज्यादातर बीमारियों की शुरुआत पेट से होती है। पेट के संक्रमण के प्रमुख कारण अनियमित दिनचर्या और गलत खान-पान हैं |शरीर में आंत आहार नली का हिस्सा है जो पेट से गुदा तक फैली होती है, क्षेत्र का अंतिम हिस्सा आंत में उस समय तक के लिए पचे हुए भोजन के अवशिष्ट पदार्थ जमा रहते हैं जब तक उसे मल के रूप में शरीर से निकाल नहीं दिया जाता। इसके अस्‍वस्‍थ होने का असर हमारे स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है। इसलिए आंतों का स्‍वस्‍थ होना बहुत जरूरी है।

गेहूं का परिष्कृत रूप मैदा कहलाता है। जिसमें फाइबर पूरी तरह से खत्म कर दिया जाता है। और ब्लीज करने के बाद इसे सफेद रंग दिया जाता है मैदे से बनी कई चीजों का सेवन हम करते रहते हैं। हम सभी के किचन में मैदा होता है। मैदे से बनी चीजें खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती हैं। इसलिए इससे समोसाए मठ्ठी व कई चीजे बनती हैं। लेकिन यही मैदा आपकी सेहत को धीरे धीरे कमजोर कर सकता है। सड़े मैदे से बनी चीज जो हमारे सेहत के लिए सबसे अधिक नुकसानदायक है वो है ब्रेड पावरोटी बिस्कुट जिसका सेवन हम प्रतिदिन करते ही करते है|

आपको बता दे की हमारे शरीर के लिए मैदा एक धीमा जहर का कम करता  है  और मैदा खाने का  सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इससे पेट के कई रोग हो सकते हैं। मैदे में फाइबर की मात्रा नहीं होती है  जिस वजह से पेट की आंत इसे सही तरह से नहीं पचा पाती है और  यह हमारी आंतों में जाकर चिपक जाता है और आसानी से नहीं छूटता है। इस वजह से आंते सड़ सकती हैं या फिर उनमें कोई बीमारी लग सकती है।

आपको जानकर हैरानी होगी की आँतों में जो कचरा होता है ये दीवाल पे लगे डामर जैसा होता है जिसे छुड़ाना कितना मुश्किल हो सकता है आप खुद ही सोच सकते हैं ठीक वैसे ही सड़े मैदे से बनी वस्तुएं खाने से ये हमारे बड़ी आँत  पर बिलकुल डामर की ही तरह से चिपक जाती है और यदि ऐसा होता है तो फिर आपके स्वस्थ के लिए बहुत ही विकट परिस्थिति खड़ी हो जाती है क्योंकि आमतौर पर पानी के द्वारा ये कचरा नहीं निकल पाता है जिसकी वजह से आप कड़े से कड़े दावा लेना पड़ता है और कभी कभी तो ज्यादा परेशानी होने पर आपको आंतो की सफाई भी करानी पड़ जाती है इसीलिए बेहतर होगा की आप इन परिस्थितयों में ना फंसे और मैदे की बनी वस्तुओं से खुद को दूर रखे

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