इन 5 विज्ञापनों को देख ताजा हो जाएँगी आपकी बचपन की यादें

यूँ तो टीवी पर ऐसे बहुत से विज्ञापन दिखाएँ जाते है, जो हमें उम्र भर याद रहते है. मगर आज हम आपको कुछ ऐसे विज्ञापन दिखाना चाहते है, जो आपको आपके बचपन की याद दिला देंगे. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आज जो विज्ञापन हम आपको दिखाने जा रहे है, वो नब्बे के दशक के सबसे प्रसिद्ध विज्ञापनों में से एक है. यकीनन इन विज्ञापनों को देखने के बाद आपको अपने बचपन की याद जरूर आ जाएगी. इसलिए हो सकता है कि आप में से काफी लोगो को आज भी ये विज्ञापन याद हो या इन्हे देख कर आपकी यादें ताजा हो जाएँ. तो चलिए अब हम आपको इन पांच खास और प्रसिद्ध विज्ञापनों के बारे में जरा विस्तार से बताते है.

१. वाशिंग पाउडर निरमा.. गौरतलब है कि यह विज्ञापन नब्बे के दशक में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध माना जाता था. जी हां यह उस समय का सबसे बेहतरीन विज्ञापन था. इसलिए ये विज्ञापन आज भी कई लोगो के मन में जरूर बसा होगा. वैसे आपको इस विज्ञापन की पंक्तियाँ तो जरूर याद होंगी. बता दे कि इस विज्ञापन की पंक्तियाँ कुछ इस प्रकार थी कि दूध सी सफेदी निरमा से आएं, रंगीन कपड़ा भी खिल खिल जाएँ, वाशिंग पाउडर निरमा. बरहलाल हमें यकीन है कि इन पंक्तियों को पढ़ने के बाद आपको अपने बचपन की याद जरूर आएगी.

२. विको टर्मरिक आयुर्वेदिक क्रीम.. अब ये तो सब को मालूम ही होगा, कि यह विज्ञापन पहले के समय में कितना ज्यादा प्रसिद्ध था और यह टीवी पर कितना ज्यादा चलाया जाता था. यहाँ तक कि लोग विको टर्मरिक क्रीम का इस्तेमाल भी खूब करने लगे थे. शायद यही वजह है कि इस विज्ञापन को नब्बे के दशक में सबसे बेहतरीन विज्ञापनों में से एक माना जाता था.

३. सौंदर्या साबुन निरमा.. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि साबुन का यह विज्ञापन लोगो को इतना ज्यादा पसंद आया था कि लोग केवल इसी साबुन का इस्तेमाल करने लगे थे. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो इस विज्ञापन ने वास्तव में लोगो के दिल और दिमाग पर अपनी गहरी छाप छोड़ी थी. अगर हम ये कहे कि इस विज्ञापन की वजह से सौंदर्या साबुन हर घर में इस्तेमाल किया जाता था, तो कुछ गलत नहीं होगा.

४. उजाला.. बता दे कि यह एक कपडे धोने वाला प्रोडक्ट है और इस विज्ञापन को भी नब्बे के दशक में खूब प्रसिद्धि मिली थी. गौरतलब है कि इस विज्ञापन के लिए चार बूंदो वाला उजाला ऐसी पंक्तियाँ इस्तेमाल की जाती थी.

५. अमूल द टेस्ट ऑफ इंडिया.. यूँ तो यह विज्ञापन आज के समय में भी दिखाया जाता है, लेकिन नब्बे के दशक में यह विज्ञापन खूब चलाया जाता था और यही वजह है कि तब लोग अमूल से बनी चीजों का खूब इस्तेमाल करते थे.

बरहलाल हमें यकीन है कि इन विज्ञापनों को पढ़ने के बाद आपकी बचपन की यादें जरूर ताजा हो गई होंगी और आप फिर से अपने बचपन में चले गए होंगे. वैसे भी आज के समय में ऐसे खूबसूरत विज्ञापन कम ही देखने को मिलते है.