महज़ 1300 रुपयों में इन्होने खरीदा था यह सोफा, दिक्कत होने पर खोलकर देखा तो मिली यह चीज़ जिसने इनकी जिन्दगी पलट दी

अक्सर ही हमे रोज़मर्रा की जरूरतों की चीज़ों को खरीदना पड़ता है| ऐसे में या तो हम चीज़ों को नया या तो फिर सेकंड हैण्ड लेना पसंद करते है| कभी कभी पैसों की तंगी के कारण ऐसा हम ऐसा करते हैं तो कभी इसकी दूसरी व्झेन्भी होती हैं| कई ऐसी चीज़ें घर में होती है जिनकी हमे कम ही जरूरत महसूस होती है| ऐसे में इन चीज़ों को हम सेकंड हैण्ड ही लेना पसंद करते हैं जिससे हमारा इनमे पैसा भी अधिक न लगे और हमारी जरूरत भी पूरी हो जाये|

अक्सर ही जब हम किसी की उसे की हुई पुराणी या फिर सेकंड हैण्ड चीजें लेते हैं तो हमारे मन में क्वालिटी को लेकर सवाल जरुर उठते हैं| हम सोचते है के हमे कम से कम लागत में अच्छी चीज़ मिल जाये| ऐसे में कभी-कभी हम सफल भी होते है लेकिन कभी कभी हमे चीजों को लेकर परेशान भी होना पड़ता है| पर अगर हम आपसे कहे के एक पुरानी सेकंड हैण्ड चीज़ जिसकी क्वालिटी खराब है लेकिन हम उसे लौटाना नहीं चाहेंगे तो आप भी शायद ही यकीन करेंगे|

आज की हमारी यह पोस्ट एक ऐसे ही वाकये को लेकर है| यह पूरी घटना अमेरिका के कुछ दोस्तों के साथ हुई है जो एक ही घर को शेयर कर के एक साथ रहते थे| उन्हें अपने घर में एक सोफा चाहिए था जिसके लिए वो कोई सेकंड हैण्ड सोफे की तलाश में थे| फिर उन्हें एक डील सही लगी और उन्होंने एक जगह से सेकंड हैण्ड सोफा खरीद लिया| इसके बाद लेकिन जो उनके साथ हुआ उसे वो शायद ही भूलने वाले हैं|

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जब पहली बार सोफे में वो बैठे तो उन्हें उसके कुशन में गड़बड़ लगी| ऐसे में एक दो दिनों तक तो इन्होंने इस बात को नज़रअंदाज़ क्र दिया लेकिन फिराधिक दिक्कत के कारण इन्होने इसे खोलकर देखने की सोची| इसके बाद इन्हें सोफे में कुछ ऐसा मिला जिससे इन्हें अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ|

बता दें के इन्हें सोफे में एक काफी बड़ा पोलीथिन का बैग मिला था| जिसमें खूब सरे पैसे भरे हुए थे| ऐसे में एक पॉलिथीन में पैसों को भरा देख कर पहली नजर में तो इन्हें यकीन नहीं हुआ| और कम भी नहीं पैसों की पूरी गिनती की अगर बात करें तो इसमें तकरीबन 53,290 डॉलर थे| जो के भारतीय रुपयों की गिनती के अनुसार लगभग 40 लाख रूपये हैं| पहली बार में जब इन्हें ये पैसे मिले तो इन्होने इससे पूरी मस्ती करने की सूझी| लेकिन फिर इन्हे एहसास हुआ के किसी और के मेहनत के इन पैसों को इस कदर बर्बाद करना सही नहीं है|

जिसके बाद उन्होंने पैसों को मालिक को लौटने की ठानी| फिर उन्होंने पैसों के असली मालिक को तलाशने का काम शुरू किया जिसके बाद कुछ दिनों बाद उन्हें इसका असली मालिक मिला| बता दें के ये पैसे एक बूढी महिला के थे जिसके पति को रिटायरमेंट के बाद ये पैसे मिले थे|

जिसका यह सोफा था उस बूढी महिला के पति की अचानक मृत्यु हो गयी और जिससे अपनी पत्नी को पैसों के बारे में बता नहीं पाए थे|