खपरैल के घर में रहने वाली लड़की हेलिकॉप्टर से हुई विदा, शायद इसे ही कहते हैं बुलंद किस्मत…

इस दुनिया में शादी एक ऐसा पवित्र रिश्ता  है, जो दो दिलों के मिलन के साथ साथ दो परिवारों को भी जोड़ता है, और इसके साथ ही विवाह दो लोगों का औपचारिक या कानूनी मिलान है, आम तौर पर जब दो लोग शादी करते हैं, तो वे इस अवसर को एक विवाह समारोह के साथ मनाते हैं, हालांकि एक वैवाहिक रिश्ते को लम्बे समय तक चलने और सफ़ल बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है तभी ये रिश्ता अच्छे से उमर भर चल पता हैं|

दरअसल इन दिनों एक शादी को लेकर सोशल मीडिया में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है और आज हम आपको एक ऐसी ही शादी के बारे में बताने वाले हैं जिसे जानकर आप बिह यही कहेंगे की अगर किस्मत साथ हो तो कुछ भी बदल सकता है |बता दे  ये शादी है इंदौर के पासजावरा मेंपठानटोली की तंग गली में कवेलू-चद्दर ढंके दो कमरे वाले खपरैल के  घर में पली-बढ़ी शाहिस्ता की  जिसकी शादी के बाद किस्मत ऐसी चमकी कि मंगलवार को वो हेलीकॉप्टर में बैठकर अपने  ससुराल विदा हुई। बेटी को विदाई देते वक्त फल बेचने वाले पिता और सिलाई कर परिवार पालने वाली मां की आंखों से आंसू छलक गए।

वे रुंधे गले से बोले ‘हमारी बेटी सच में खुशनसीब है। मैट्रिक पास शाहिस्ता का कहना है ” मैंने तो सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझसे निकाह करने कोई हेलीकॉप्टर से आएगा। खुदा ने मुझे बिना मांगे ही सारे जहां की खुशी दे दीं।”क्या है मामला….   दरअसल, पठानटोली की रहने वाले वाहिद खान की बेटी शाहिस्ता की सगाई तीन साल पहले राजस्थान कोटा जिले के सुकेत के रहनेवाली खनिज कारोबारी आरिफ खान के बेटे हाजी आसिफ खान से हुई थी।

उन्होंने सुकेत के रहने वाले अपने दामाद खनिज कारोबारी आरिफ खान के बेटे से शादी की बात चलाई। फिर सुकेत से आसिफ खान और उनकी मां फैमिदा बी मुगलपुरा में मेरी बेटी को देखने आए।उन्होंने भी पहली नजर में शाहिस्ता को पसंद कर लिया। तब रेहाना बी ने बताया कि तेरी बेटी बहुत खुशनसीब है। ये लोग अब तक 50 से ज्यादा लड़कियां देख चुके हैं, यहां पहली बार में रिश्ता तय हो गया।

शाहिस्ता की मां आसिफ बी मुताबिक, तीन साल पहले वो मुगलपुरा में बहन से मिलने उसके घर गई थी। वहां पड़ोस में रहने वाली रेहाना बी (अब नानी सास) ने शाहिस्ता को देखकर कहा इतनी सुशील, सुंदर लड़की मुझे पहले नजर क्यों नहीं आई|हालांकि शादी के पहले शाहिस्ता की मां ने कहा था, ‘आप अमीर, हम गरीब, ये रिश्ता कैसे मुमकिन हो सकता है’ इस पर आसिफ के माता-पिता ने कहा, “हमें अमीरी-गरीबी से मतलब नहीं है। हमें शाहिस्ता पसंद है और कुछ नहीं चाहिए।” सोमवार को आसिफ हेलीकॉप्टर में निकाह करने शहर आए और निकाह के बाद मंगलवार सुबह 9 बजे दुल्हन शाहिस्ता के साथ सुकेत के लिए उड़ान भरी।

छोटे भाई आदिल की भी जावरा में हुई शादी, दोनों एक ही हेलीकॉप्टर से हुए रवाना, दोनों भाई एक ही हेलीकॉप्टर में आए और अपनी दुल्हनों के साथ सुकेत रवाना हुए। – ससुराल के लिए उड़ान भरने से पहले हेलीपेड पर माता-पिता और रिश्तेदारों ने उन्हें विदा किया.