करोड़पति बनने के अचूक टोटके बस चुपचाप करना है ये

हमारे हिन्दू धर्म में हमेशा से ही पूजा पाठ को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है और आप भी अपने घर में देवी देवताओं की पूजा तो करती ही होंगी| और कहा जाता है की जिस घर में हमेशा पूजा पाठ होता है वहां सुख, समृद्धि और पैसों की कभी कभी नही होती है| इसके साथ ही हर तरह के रोग, शोक, दोष दूर करने और हर तरह की बूरी ताकतों से भी बचने के लिए कुछ खास देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए।दू धर्म में वैसे तो सभी देवी-देवताओं की पूजा को महत्व दिया गया है, लेकिन गणेश सहीत अन्य 4 देवी देवताओं की पूजा का खास महत्व भी बताया गया है।


गणेशजी –

गणेश का पूजन सबसे पहले किया जाता है। उनके नाम के साथ ही हर शुभ, लाभ व मांगलिक काम का शुभारंभ होता है। गणेशजी के दाईं ओर स्वस्तिक व बाईं ओर ऊं का चिन्ह बनाया जाता है। यह सुख शांति और समृद्धि देने वाला है। यही कारण है कि गणेशजी को समृद्धि के देवता माना जाता है।गणेश जी  को विघ्नकर्ता और विघ्नहर्ता दोनों कहा जाता है। गणेशजी के नाराज होने पर हर काम में अमंगल होता है।


महालक्ष्मी –

पुराण मानते हैं कि उनका जन्म समुद्र मंथन के दौरान क्षीरसागर से हुआ। इनके पिता का नाम महर्षि भृगु और माता का नाम ख्याति है। देवी लक्ष्मी कमलवन में निवास करती हैं, कमल पर बैठती हैं और हाथ में कमल ही धारण करती हैं।​विष्णु की पत्नी लक्ष्मी को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।इसलिए इनका पूजन धन देने वाला माना गया है।


भगवान विष्णु –

विष्णु जगत के पालनहार हैं। उनके बगैर तो कुछ भी संभव नहीं है, साथ ही वे महालक्ष्मी के पति हैं। इसलिए जहां भी भगवान विष्णु की पूजा होती रहती है वहां लक्ष्मी, गणेश, धन्वं‍तरि और कुबेर अपने आप विराजमान हो जाते हैं।धर्मशास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु के किसी भी रूप के स्मरण मात्र से ही समस्त मनोरथ सिद्ध हो जाते है। हिन्दू धर्म में गुरुवार का व्रत बड़ा ही फलदायी माना गया है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।भगवान विष्णु की कृपा होने से घर में कभी धन-संपदा की कमी नहीं रहती है


शिव जी –

जीवन के संहारक भगवान शिव की मन से की गई आराधना भोले बाबा को खुश करने के लिए बहुत है और जहाँ  भगवान विष्णु जगत का पालन करते हैं वहीं भगवान शिव रोग, शोक और दोष का नाश करते हैं। जिस घर में भगवान शिव की पूजा होती है उस घर में किसी भी तरह का वास्तुदोष नही रहता हैं। शिव जी का शक्कर से अभिषेक करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है. ऐसा करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता चली जाती है.


दुर्गा जी –

जिस घर में मां दुर्गा की पूजा होती है वहां पर रहने वाले लोगों को सात्विक और राजसिक सुख तो मिलता ही है। इसके साथ ही तामसिक यानी नकारात्मक शक्तियों से भी रक्षा होती है। माँ की विशेष  कृपा पाने के लिए नौ दिनों तक माता का व्रत रखें। अगर शक्ति न हो तो पहले, चौथे और आठवें दिन का उपवास अवश्य करें। मां भगवती की कृपा जरूर प्राप्त होगी