जानिए क्या होती है Y श्रेणी की सुरक्षा और ये किन लोगों को दी जाती है?

इन दिनों दश में कोरोना वायरस के साथ साथ कंगना रनौत भी चर्चाओं में बनी हुई है। कंगना रनौत लगातार सुशांत सिंह राजपूत के मामले पर अपनी राय बेबाकी से रखती आई हैं। लेकिन फिलहाल मुंबई पुलिस को लेकर एक टिप्पणी की वजह से कंगना विवादों में घिर गई। जिनके बाद अब उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इस मामले में शिवसेना के नेता संजय राउत के साथ भी कंगना का काफी विवाद बढ़ गया था। जिसके बाद अभिनेत्री ने पिता ने हिमाचल प्रदेश सरकार को पत्र लिखा। और अपनी बेटी के लिए सुरक्षा देने की मांग की।

गृह मंत्रालय ने कंगना रनौत को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी है। जिसके बाद क्वीन ने गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद भी किया। ऐसे में हम आज आपको ये बताने जा रहे हैं कि वाई श्रेणी की सुरक्षा क्या होती है और ये किन लोगों को मुहैया कराई जाती है।

क्‍या होती है वाई सुरक्षा?

भारत देश में अलग अलग लेवल पर कई प्रकार की श्रेणियों की सुरक्षा प्रणाली है। ये सुरक्षा खतरे को देखते हुए नेताओं या विभिन्‍न क्षेत्रों की हस्तियों को सरकार और पुलिस द्वारा प्रदान की जाती है। पहले जांच की जाती है कि किस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। उसके बाद खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर इसका आकलन किया जाता है कि किसी को किस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी। देश में चार चरणों में सुरक्षा सिस्‍टम बंटा हुआ है, जिसमें सबसे शीर्ष पर जेड प्‍लस (Z +) है, जबकि इसके बाद जेड, वाई और एक्‍स श्रेणी की सुरक्षाएं आती हैं।

क्या होता है वाई श्रेणी की सुरक्षा में-

जिस श्रेणी की सुरक्षा कंगना रनौत को दी गई है. वो वाई श्रेणी की है। इसमें उन्हें 11 सुरक्षाकर्मी दिए गए हैं, जिनमें से एक या दो कमांडो हैं और साथ इसमें पुलिस कर्मचारी भी शामिल हैं। वाई श्रेणी में दो निजी सुरक्षा अधिकारियों का भी ऑफर दिया जाता है। एनएसजी कमांडो से लेकर अन्‍य एजेंसियों से जुड़े जवान व अधिकारी सुरक्षा की जिम्‍मेदारी निभाते हैं। जिस भी शख्स को सुरक्षा दी जाती है, ये कमांडो सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें कोई भी खतरा ना हो।

किन लोगों को मिलती है वाई सुरक्षा?

अब बात आती है कि ये वाई कैटेगरी की सुरक्षा किन लोगों को दी जाती है। जैसा हमने आपको ऊपर बताया कि सुरक्षा देने से पहले खतरों का आकलन किया जाता है। उसी से फिर कैटेगरी को निर्धारित किया जाता है। राष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्‍यमंत्रियों, जजों, उद्यमियों, क्रिकेटर्स, फिल्‍म स्‍टार्स को भी कई श्रेणियों में सुरक्षा प्रदान की जाती है। प्रधानंत्री को एसपीजी सुरक्षा मिलती है। अन्य लोगों को ज़रूरत के हिसाब से अलग अलग कैटेगरी की सुरक्षा मिलती है। देश में बड़ी संख्‍या में ऐसी हस्तियां हैं, जिन्‍हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।

क्या था पूरा मामला?

दरअसल, कंगना ने कहा था कि उन्हें बॉलीवुड माफिया से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है। इसी बात पर संजय राउत ने कहा कि वो मुंबई ना आए। कंगना ने संजय राउत को चुनौती दी कि वो नौ सितंबर को मुबंई आएंगी। इस पर उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया था और लिखा था कि संजय राउत का मतलब महाराष्ट्र नहीं है।इसके बाद महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज पार्टी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के ज़रिए लिखा कि कंगना मेंटल वुमन है। और इसी तरह ये मामला बढ़ता चला गया।