ऑनलाइन गेम में 40 हजार हारा 13 साल का बच्चा, “I am Sorry मां, आप रोना मत” लिखकर दे दी जान

अपने बच्चों के भविष्य को लेकर हर माता-पिता बहुत चिंतित रहते हैं। माता-पिता का यही सपना होता है कि उनका बच्चा पढ़-लिखकर एक कामयाब इंसान बने, जिसके लिए वह अपने बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देते हैं। माता-पिता अपने बच्चों पर निगरानी रखते हैं ताकि वह अपना समय बर्बाद ना करें परंतु बच्चे फिर भी खेलकूद में लगे रहते हैं। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं समय के साथ साथ बहुत कुछ बदल चुका है। आजकल के आधुनिक युग में बच्चे पढ़ाई-लिखाई पर कम ध्यान दे रहे हैं और स्मार्टफोन और सोशल मीडिया का प्रयोग ज्यादा कर रहे हैं।

अक्सर बच्चे ऑनलाइन गेम खेलना बहुत पसंद करते हैं। सारा दिन बच्चे मोबाइल में ही घुसे रहते हैं। वैसे तो सभी बच्चों को मोबाइल गेम खेलना बहुत पसंद है। माता-पिता के मना करने के बावजूद भी बच्चे चोरी छुपे मोबाइल में घंटों गेम खेलते रहते हैं परंतु मोबाइल में गेम खेलने की लत की वजह से कई बार बड़ी समस्या भी खड़ी हो जाती है।

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको जानने के बाद आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे। यहां पर एक 13 साल का लड़का माता-पिता से छुपकर फ्री फायर नाम का ऑनलाइन गेम खेल रहा था, जिसमें उसने ₹40000 लगाए थे, लेकिन वह हार गया। जिसके बाद वह काफी तनाव में आ गया, जिसके चलते उसने फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी।

मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के 13 साल के कृष्णा को मोबाइल गेम खेलने की लत थी। ऑनलाइन क्लास के लिए अपनी मां का मोबाइल फोन लेता था परंतु चोरी छुपे वह गेम भी खेलने लगता था। बात सिर्फ गेम खेलने तक नहीं थी बल्कि वह इस गेम में पैसे भी लगाने लगा था। कृष्णा को फ्री फायर गेम खेलने का बड़ा शौक था और उसने इस गेम में ₹40000 भी लगाए थे लेकिन वह सारे पैसे हार गया।

यह सारे पैसे उसकी मां के बैंक अकाउंट से कटे थे। जब कृष्णा की मां प्रीति पांडेय के मोबाइल पर पैसे कटने का मैसेज बैंक से आया तो उसने अपने बेटे को कॉल की, तो बेटे ने बताया कि पैसे फ्री फायर गेम में कटे हैं। बेटे की यह बात सुनकर मां बहुत नाराज हुई और उसको डांट भी लगाई। मां की डांट से बेटा बहुत तनाव में आ गया, जिसके बाद फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली।

आपको बता दें कि कृष्णा विवेक पांडेय और प्रीति पांडेय का एकलौता बेटा था। कृष्णा के पिताजी पैथोलॉजी संचालक हैं जबकि उसकी मां जिला अस्पताल में कार्यरत है। कृष्णा छठवीं क्लास में पढ़ाई करता था। उसकी एक बहन भी है। शुक्रवार दोपहर 3:00 बजे ऑनलाइन गेम खेल रहा था, जिसने उस दिन अपनी मां के अकाउंट से पैसे लगाए थे। जब मां ने अस्पताल में ही अपने मोबाइल पर अकाउंट से पैसे कटने का मैसेज देखा तो तुरंत ही अपने बेटे से फोन पर यह बात पूछी थी तो इस पर बेटे ने कहा था कि वह ऑनलाइन गेम में पैसे हारा है, जिसके बाद फोन पर ही मां ने अपने बेटे को डांट लगाते हुए गेम ना खेलने की बात कही थी और फोन रख दिया था।

इसके बाद बच्चा अपने रूम में गया और फांसी लगा ली। जब काफी देर तक कमरा नहीं खुला तो कृष्णा की बहन ने अपनी मम्मी को इसकी सूचना दी, जिसके बाद माता-पिता घर पहुंचे। जब माता-पिता ने घर आकर कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देख कर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनका 13 साल का बेटा फंदे पर लटका हुआ नजर आया जिसके बाद तुरंत ही बच्चे को रस्सी से उतारकर अस्पताल लेकर पहुंचे परंतु वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णा के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें फ्री फायर गेम में ₹40000 हारने की बात लिखी हुई थी। सुसाइड नोट में यह बताया गया था कि वह डिप्रेशन में जाने की वजह से खुदकुशी कर रहा है। उसने अपनी मां के लिए लिखा- “एम सॉरी मां, डोंट क्राइ।”