देर रात रसोई में आलू चिप्स बनाने गई थी लड़की, सुबह से पहले घर से भाग गया पूरा परिवार

इन दिनों कोरोना वायरस ने देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है. ऐसे में हर देश की सरकार समय समय पर लॉकडाउन घोषित कर रही है ताकि जनता इस महामारी से खुद को सुरक्षित रख पाए. हालाँकि लंबे समय तक घर में कैद रहना भी आसान काम नहीं है. सारा दिन बैठे-बैठे कईं बार व्यक्ति इतना पाक जाता है कि लॉकडाउन शब्द से भी सबको नफरत हो गई है. लॉकडाउन में सबसे अधिक परेशानी बच्चों को झेलनी पड़ रही है. क्यूंकि बच्चों को खेलना-कूदना सबसे अधिक प्रिय होता है. ऐसे में घर बैठे रहने से स्कूल ना जाने से वह बोर हो रहे हैं. देखा जाए तो अधिकतर बच्चे घर पर इन दिनों मोबाइल चला कर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं.

हालाँकि यह मोबाइल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है और उन्हें रात भर जागने को भी मजबूर करता है. ऐसे में आज की युवा पीढ़ी और बच्चे दोनों ही देर रात तक मोबाइल चलाते हैं और फिर सुबह देर से उठते हैं. इसलिए रात में भूख लगना भी साधारण सी बात है. कुछ लोग अपनी भूख पर काबू पा लेते हैं लेकिन जिनसे भूख सहन नहीं होती, वह आधी रात में भी कुछ न कुछ खुराफाती में लग जाते हैं ताकि अपना पेट भर सकें. वहीँ आज हम आपको एक ऐसी ही लड़की की सच्ची घटना बता रहे हैं, जिसको रात में भूख लगना पूरे परिवार के लिए महंगा पड़ गया. आईये जानते हैं आखिर यह पूरा माजरा क्या था.

दरअसल, यह घटना भारत की नहीं बल्कि सिडनी की है. जहाँ एक लड़की को अचानक से रात में भूख लग गई. ऐसे में जब उसके पास खाने को कुछ नहीं मिला तो उसने किचन जा कर आलू चिप्स तलने की सोची. लेकिन इस आलू चक्कर ने उसके पूरे परिवार की जिंदगी कुछ इस कदर बदल दी कि सुबह होने से पहले ही सबको घर छोड़ कर जाना पड़ गया. यह अजीबोगरीब घटना पढने में आपको भले ही अजीब लग रही है लेकिन यह बिलकुल सच्ची कहानी है. इस 15 साल की बच्ची ने चिप्स तलने के चक्कर में अपने पूरे घर को ही जला कर राख कर दिया था.

बता दें कि यह मामला 29 सितंबर का है. जहाँ आधी रात सिडनी के एक घर में उस वक़्त आग लग गई जब एक लड़की के किचन में आलू चिप्स बनाने की जगह घर को ही जला दिया. ऐसे में 55 वर्षीय लिंडा बर्रेट को अपनी तीनो बेटियों को कुत्तों के साथ घर छोड़कर जाना पड़ा. बताया जा रहा है कि जैसे ही बच्ची ने कड़ाही में तेल डाला, वह इतना अधिक गर्म हो गया कि चिप्स डालते ही रसोई में आग लग गई. यह आग धीरे-धीरे पूरे घर तक फ़ैल गई और सब जगह धुआं और कालिख भर गई.

यह आग इतनी बुरी तरह से घर को ले डूबी कि इसे शांत करने के लिए फायर ब्रिगेड के 15 कर्मियों की मेहनत लग गई. इस पूरे कार्य में लगभग तीन घंटे का समय लग गया. महिला का कहना है कि इस आग के कारण उनका 2 करोड़ 56 लाख रूपये का नुकसान हो गया है. वहीँ राहत की बात यह थी कि पूरी घटना में किसी को चोट नहीं आई है.