2 साल के मासूम ने दिखाई गजब की समझदारी, अपनी गर्भवती मां की ऐसे बचाई जान

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं मां-बाप के लिए संतान दुनिया की सबसे बड़ी और कीमती चीज होती हैं। मां-बाप अपने बच्चों को दुनिया की हर खुशी देने के लिए जीवन भर कोशिश करते रहते हैं। मां-बाप अपने बच्चों को कभी भी परेशानी में नहीं देख सकते हैं। अगर कभी बच्चों के ऊपर कोई परेशानी आती है तो सबसे आगे मां-बाप खड़े हो जाते हैं और उस परेशानी से अपने बच्चों को बचाते हैं। मां-बाप अपने बच्चों के लिए जो भी करते हैं, उसका कर्ज औलाद कभी नहीं अदा कर सकती।

वहीं एक बेटा अपने माता-पिता के लिए सब कुछ करने की ठान लेता है और बुढ़ापे तक बेटा माता-पिता की सेवा करता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसे मामले के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो जरा हटकर है। यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, एक 2 साल के मासूम ने अपनी गर्भवती मां की जान बचाई है। जी हां, आप लोग बिल्कुल सही सुन रहे हैं, गर्भवती मां की जान बचाने के लिए 2 साल के मासूम ने कुछ ऐसा किया कि हर कोई इस बच्चे की बहादुरी की तारीफ कर रहा है। यह मामला जानने के बाद बहुत से लोग भावुक भी हो जा रहे हैं।

हम आपको जिस मामले के बारे में जानकारी दे रहे हैं, यह मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद रेलवे स्टेशन का है, जो हर किसी को भावुक कर रहा है। सोशल मीडिया पर नन्हा सा बच्चा हीरो बन गया है। एक 2 साल के मासूम बच्चे ने अनजान शहर में अनजान लोगों के बीच अपने बेटे होने का पूरा फर्ज निभाया है। मिली जानकारी के अनुसार, मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने फुट ओवरब्रिज पर एक महिला गर्मी की वजह से बेहोश हो गई थी। वहीं माँ के पास खड़ा हुआ 2 साल का मासूम अपनी मां को हिलाकर उठाने की कोशिश करता रहा परंतु उसके बावजूद भी उसकी मां नहीं उठी।

तब 2 साल का मासूम बैठकर वहीं पर रोने लगा। वह मासूम इधर-उधर देखने लगा, जब उसको कोई भी मदद नहीं मिली तो उस मासूम ने अपने नन्हे-नन्हे कदमों से प्लेटफार्म नंबर एक पर बने जीआरपी थाने की तरफ जाने लगा। उसी दौरान इस सीढ़ी से उतर रही आरपीएफ की एक महिला कॉन्स्टेबल की नजर इस मासूम पर पड़ी। मासूम ने अपनी लड़खड़ाती जुबान से कुछ कहना चाहा लेकिन बोलने में नाकाम रहा। फिर मासूम में इशारों-इशारों में कुछ कहने लगा। पहले महिला पुलिसकर्मी समझी कि उसे शायद भूख लग रही है या फिर वह अपने परिजनों से बिछड़ गया है लेकिन बच्चे ने इशारों में महिला पुलिसकर्मी से उसके साथ चलने की बात कही।

महिला कॉन्स्टेबल बच्चे की इस चीज को देख कर उसके साथ चल पड़ी और बच्चा उस महिला कॉन्स्टेबल को अपनी मां के पास ले गया। तब महिला कॉन्स्टेबल ने देखा कि वहां पर एक महिला बेहोश पड़ी हुई है, और एक छोटा सा बच्चा उस बेहोश महिला के सीने से चिपका हुआ है। तब महिला पुलिसकर्मी ने पहले पानी मंगा कर उस महिला के चेहरे पर छींटे मारी और उन्हें होश में लाने की कोशिश की लेकिन जब महिला होश में नहीं आई तब महिला पुलिसकर्मी ने कंट्रोल रूम को सूचना देकर एंबुलेंस बुलाई और जीआरपी पुलिस की मदद से महिला को जिला अस्पताल में एडमिट कराया।

अस्पताल में उस महिला का उपचार शुरू हुआ। डॉक्टर के अनुसार, महिला 3 महीने की गर्भवती है। इस वजह से और गर्मी की वजह से वह बेहोश हो गई थी। आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट में बताया कि एक 2 साल के मासूम ने अपनी बहादुरी दिखाते हुए अपनी मां और उसके पेट में पल रहे बच्चे को बचा लिया। यह खबर लोगों में आग की तरह फैल गई। हर कोई 2 साल के इस मासूम बच्चे की तारीफ करते हुए नहीं थक रहा है। मां की जान बचाने की यह घटना सोशल मीडिया पर अच्छी खासी सुर्खियां बटोर रहा है।