ये हैं बॉलीवुड की 4 बेहतरीन फिल्में, हिट बनाने के लिए रिलीज़ से पहले बदल दी गई थी इनकी ENDING

जितना किसी फिल्म का शुरुआती दौर अच्छा लगता है उतना ही जरूरी फिल्म का अंत भी होता है. वैसे भी हर फिल्म के आखिरी सीन ही उसकी कहानी का महत्वपूर्ण पार्ट हमे समझाते हैं. इस बात में कोई शक नहीं है कि लोग आज कल “हैपी एंडिंगस” वाली फिल्मों को पसंद कर रहे हैं. लेकिन कुछ फिल्मों का अंत काफी दुखद भी होता है लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें ब्लॉकबस्टर हिट करार दिया जाता है. आज के इस स्पेशल पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसी चुनिंदा फिल्मों के बारे में बता रहे हैं जिनकी Ending रिलीज़ से पहले ही बदल दी गई. इतना ही नहीं बल्कि इन मूवीज को आज भी उनके अंत के लिए याद किया जाता है. आईये जानते हैं आखिर ये कौन- कौन सी फिल्में हैं:-

1. आंखें

ये फिल्म 2002 में हिट रही थी. दरअसल इस फिल्म में अपना गुनाह कबूल करने के बाद विजय सिंह राजपूत (अमिताभ बच्चन) को जेल होती है. वहीं विश्वास (अक्षय कुमार) और अर्जुन (अर्जुन रामपाल) राहुल यानी फिल्म में सुष्मिता सेन के भाई की परवरिश की जिम्मेदारी लेते हैं. हालाँकि बदलने से पहले वाले अंत में था कि अमिताभ बच्चन पुलिस ऑफिसर (आदित्य पंचोली ) को लूट के माल में से हिस्सा देने का लालच देते हैं और पुलिस से बच जाते हैं और उस प्लेटफ़ॉर्म चले जाते हैं जहां से विश्वास और अर्जुन की ट्रेन कुछ ही देर में जाने वाली होती है. अमिताभ बच्चन तब कहते हैं. “ए डेंजरस गेम इज़ एबाउट टू बिगिन.” इसके बाद विश्वास और अर्जुन अपनी अपनी पिस्तौल से फिल्म अमिताभ बच्चन की हंसी खत्म कर देते हैं. वहीं भारत में इस फिल्म का अंत बदला था.

2. पिंक

दरअसल पिंक फिल्म में हमने देखा कि कोर्ट में चली लंबी बहस के बाद आखिरकार लड़कियों की जीत होती है और वे खुद को बेगुनाह साबित कर देती हैं. लेकिन इससे पहले एंडिग थी कि कोर्ट में पेश हुए सारे सबूत और गवाह लड़कियों के खिलाफ होने के चलते वे इस केस को हार जाती हैं. दरअसल इस एन्डिंग को लेकर तापसी ने कहा था कि हमें फिल्म का अंत बदल कर लड़कियों को केस जीतते हुए दिखाना चाहिए जिससे लोग इस विषय की गंभीरता को समझ सके.

3. बाजीगर

वहीं फिल्म “बाजीगर” के अंत में हमने देखा कि अजय (शाहरुख खान) का निधन हो जाता है. लेकिन यह फिल्म की ओरिजनल एन्डिंग नहीं थी. दरअसल ओरिजनल एन्डिंग के बारे में बताते हुए फिल्म के निर्देशक अब्बास-मस्तान ने PTI से कहा कि उनके हिसाब से फिल्म के अंत में अजय की मृत्यु दिखाना सही था, लेकिन राखी और फिल्म से जुड़े कुछ अन्य लोगों के अनुसार ऐसा अंत ठीक नहीं था. आपको बता दें कि इसके बाद दो तरह से फिल्म की एन्डिंग शूट हुई. एक में अजय की मौत होती है तथा दूसरे अंत में पुलिस आती है और अजय को गिरफ्तार करती है लेकिन फिर सबने यह महसूस किया की अजय के गिरफ्तारी से फिल्म में किरदार के प्रति दर्शकों की सहानुभूति कम होगी. अंत में सभी लोग अब्बास मस्तान द्वारा सुझाए गए अंत पर राजी हो गए.

4. शोले

फिल्म में हमने क्या देखा कि ठाकुर गब्बर को मार दे इससे पहले ही पुलिस वहां पहुंच जाती है जिस कारण से ठाकुर को गब्बर को पुलिस के हवाले सौंपना पड़ जाता है. हालाँकि, ओरिजनल एन्डिंग में ठाकुर गब्बर को खत्म कर देता है. फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी ने बताया था कि उन्होंने इस फिल्म के लिए अलग अंत सोचा था. उसमें ठाकुर गब्बर को अपने पैरों से मारना था लेकिन सेंसर बोर्ड ने इसे परमिशन नहीं दी. गौरतलब है कि रमेश सिप्पी ने यह एन्डिंग बदल दी थी.