UPI करते हैं इस्तेमाल तो भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, वरना हो जाएंगे कंगाल

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं हर दिन करोड़ों लोग डिजिटल माध्यम के जरिए लेनदेन कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों में भारत के अंदर ऑनलाइन या डिजिटल लेनदेन में कई गुना अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है। मौजूदा समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसने स्मार्टफोन के माध्यम से डिजिटल पेमेंट ना की हो।

भले ही यह सब देखने में बहुत आसान लगता है परंतु कभी-कभी यह उतना ही ज्यादा खतरनाक साबित हो जाता है। जी हां, अगर UPI पेमेंट के फायदे हैं तो उसके नुकसान भी हैं लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपको बस सतर्क रहना होगा।

बता दें कोरोना महामारी के दौरान UPI पेमेंट, कार्ड पेमेंट, मोबाइल बैंकिंग के जरिए बड़ी संख्या में लोगों ने अपने लेनदेन को पूरा किया है। अगर आप किसी मोहल्ले के किराना स्टोर में जाते हैं या फिर सब्जी का ठेला या कोई शॉपिंग मॉल में जाते हैं तो वहां पर ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा मौजूद होती है।

ज्यादातर लोग बाहर की भीड़भाड़ से बचने और अपना समय बचाने के लिए ऑनलाइन तरीके से लोग अपना काम पूरा कर रहे हैं। ऑनलाइन पेमेंट करना बहुत ज्यादा आसान हो चुका है। बस कोड स्कैन कीजिए और फटाफट पेमेंट हो जाता है। लेकिन फ्रॉड के मामले में भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।

हर साल हजारों लोग इस तरह के फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कुछ आसान तरीके बताने वाले हैं, जिनको अगर आप ध्यान में रखते हैं तो आप नुकसान से बच सकते हैं।

UPI पेमेंट करते समय ध्यान रखें ये 5 सेफ्टी टिप्स

किसी से भी अपना UPI ऐड्रेस न करें शेयर

सबसे पहले आप यह जरूरी बात जान लीजिए कि आप अपना UPI ऐड्रेस किसी के साथ भी शेयर करने की गलती मत कीजिए, क्योंकि अपने UPI अकाउंट/एड्रेस को सुरक्षित रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है। आपका UPI ऐड्रेस आपके फोन नंबर, QR कोड या वर्चुअल पेमेंट ऐड्रेस के बीच कुछ भी होने की संभावना हो सकती है। आप किसी भी भुगतान में बैंक एप्लीकेशन के जरिए से किसी को भी अपने UPI अकाउंट तक पहुंचने की परमिशन मत दीजिए।

हमेशा बनाए मजबूत पासवर्ड

अक्सर लोग यह गलती कर बैठते हैं कि वह बहुत साधारण स्क्रीन लॉक या पासवर्ड पर सेट कर लेते हैं। परंतु आप ऐसा करने की भूल मत कीजिए। आपको सभी भुगतान या वित्तीय लेनदेन एप के लिए एक मजबूत स्क्रीन लॉक सेट करना चाहिए। आप Google Pay, PhonePe, Paytm या किसी अन्य प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप मजबूत पिन सेट जरूर करें। आपको ध्यान रखना होगा कि यह जन्म तिथि या वर्ष, मोबाइल नंबर के अंक या कोई अन्य ना हो। अगर आपको ऐसा लगता है कि आपका पिन उजागर हो गया है तो आप तुरंत ही उसको बदल दीजिए।

न करें फेक कॉल अटेंड, अनवेरिफाइड लिंक पर क्लिक मत कीजिए

यूपीआई स्कैम आम तकनीक बन चुकी है जिसका इस्तेमाल हैकर्स करते हैं। इसका इस्तेमाल यूजर्स को फंसाने के लिए किया जाता है। अक्सर हैकर्स फोन पर लिंग शेयर कर देते हैं या फिर कॉल करते हैं और यूजर्स को वेरिफिकेशन के लिए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहते हैं। इसलिए आप किसी भी फेक कॉल को अटेंड ना करें और ना ही अनवेरिफाइड लिंक पर क्लिक करें।

हैकर्स लिंक के माध्यम से आपका अकाउंट चोरी कर सकते हैं। बता दें बैंक कभी भी फोन पर पिन, ओटीपी या कोई अन्य निजी जानकारी नहीं मांगते हैं। इसलिए मैसेज या कॉल पर ऐसी जानकारी मांगने वालों से आपको सावधान रहना चाहिए।

एक से अधिक ऐप का इस्तेमाल न करें

कुछ लोग ऐसे भी हैं जो यह गलती कर बैठते हैं कि अपने फोन में ढेर सारी पेमेंट ऐप रखते हैं। ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। आपको किसी विश्वसनीय ऐप का भी इस्तेमाल करना चाहिए। एक से अधिक UPI या ऑनलाइन भुगतान ऐप का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी जाती है। बहुत से डिजिटल भुगतान ऐप ऐसे हैं जो यूपीआई लेनदेन की परमिशन देते हैं। इसी वजह से आपको यह देखना जरूरी है कि कौन सा ऐप कैशबैक और पुरस्कार जैसे बेहतर लाभ प्रदान कर रहा है। उसी के अनुसार आप अपनी पसंद का ऐप अपने फोन में रख सकते हैं। कम से कम ऐप का इस्तेमाल कर आप फ्रॉड से बच सकते हैं।

UPI ऐप्स को करते रहें अपडेट

आप जो भी UPI ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं आप उसे नियमित रूप से अपडेट करते रहें। एप्स को लेटेस्ट वर्जन में अपग्रेड करने से आपका अकाउंट सुरक्षित रहता है और नई सुविधाएं और लाभ मिलते हैं। इतना ही नहीं बल्कि अपडेट अक्सर बग फिक्स भी लाते हैं।