पुलिस कॉन्स्टेबल बना 5 साल का मासूम बच्चा, मां के साथ SP से लिया ज्वाइनिंग लेटर, जानिए कितना मिलेगा वेतन

देश-दुनिया से ऐसी अक्सर कोई न कोई खबर निकल कर सामने आ ही जाती है, जिसे जानने के बाद हर कोई भावुक हो जाता है। इसी बीच मध्य प्रदेश के कटनी जिले से एक बहुत ही मार्मिक खबर निकल कर सामने आई है। अगर आप इस खबर को पढ़ेंगे, तो आपका दिल भर आएगा और आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी।

दरअसल, मध्य प्रदेश में महज 5 वर्ष का एक मासूम बच्चा पुलिस कॉन्स्टेबल बनाया गया है। इतनी छोटी उम्र में इस मासूम बच्चे के खेलने कूदने के दिन थे परंतु अब यह पुलिस विभाग में बाल कॉन्स्टेबल कहलाएगा और इस दौरान इसको वेतन भी मिलेगा।

आप सभी लोगों ने अब तक पूरे देश में पुलिस की नौकरी करते हुए 21 वर्ष की आयु से अधिक लोगों को ही देखा होगा लेकिन इस नन्हे से बच्चे को महज 5 साल की उम्र में ही पुलिस कॉन्स्टेबल के रूप में नियुक्ति मिली है। दरअसल, वर्ष 2017 में पुलिस में नौकरी करने के दौरान ही इस मासूम बच्चे के पिता की हार्ट अटैक की वजह से जान चली गई थी। इसके बाद 5 वर्ष के इस मासूम नन्हे से बच्चे को अनुकंपा पर नियुक्ति मिली है।

आपको बता दें कि इस छोटे बच्चे का नाम गजेंद्र मरकाम है, जिसको पुलिस कॉन्स्टेबल बनाया गया है। मंगलवार को कटनी एसपी सुनील कुमार जैन ने अनुकंपा नियुक्ति पत्र देकर पुलिस लाइन में पदस्थापना की है। यह मध्य प्रदेश पुलिस का सबसे नन्हा कॉन्स्टेबल बन गया है। नियुक्ति पत्र सौंपते समय सबकी आंखें नम हो गई थी।

बता दें बाल कॉन्स्टेबल की माता जी का नाम सविता मरकाम है। उनके द्वारा ऐसा बताया गया है कि उनके पति प्रधान आरक्षक चालक श्याम सिंह मरकाम निवासी कुहिया छपारा तहसील लखनादौन जिला सिवनी की 23 फरवरी 2017 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से जान चली गई थी। जब सविता मरकाम ने अपने पति को खो दिया तो उन्होंने यह ठान लिया कि वह अपने 5 साल के बेटे गजेंद्र मरकाम को पुलिस की नौकरी दिल आएंगी।

नरसिंहपुर में पद खाली ना होने पर कटनी में पदस्थापना के निर्देश प्राप्त हुए। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने मंगलवार के दिन जरूरी कार्यवाही कराते हुए बच्चे की मां सविता मरकाम की उपस्थिति में 5 वर्ष के बालक को बाल आरक्षक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति पत्र सौंप दिया।

एसपी का ऐसा कहना है कि बाल आरक्षक गजेंद्र की पदस्थापना पुलिस लाइन में की गई है। बाल आरक्षक कोई काम नहीं करेगा, वह मां के साथ रहकर पढ़ाई करेगा। जब यह 18 साल का हो जाएगा और शैक्षणिक योग्यता के साथ शारीरिक दक्षता प्राप्त कर लेगा। उसके बाद चरित्र प्रमाण पत्र के आधार पर आरक्षक के पद पर पदस्थापना होगी।

वही मां सविता मरकाम का कहना है कि वह अपने बेटे को पुलिस में बेहतर सेवा देने के लिए तैयार करेंगी। सविता मरकाम का ऐसा कहना है कि उनका बेटा ही उनका सहारा है और वह इसे अच्छे से तैयार करेंगी। जब नियुक्ति पत्र वह ले रहा था, तो इस दौरान इस मासूम बच्चे के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली।

जानिए बाल कॉन्स्टेबल को कितना मिलेगा वेतन

आपको बता दें कि बाल कॉन्स्टेबल को शर्तों के अधीन 7वें वेतनमान 19 हजार 500 रुपये का आधा और स्वीकृत महंगाई भत्ता मिलेगा और सबसे खास बात यह रही कि नियुक्ति पत्र देते समय जब एसपी ने बाल आरक्षक से पूछा कि पुलिस की नौकरी करोगे? तो बालक ने “हां” कहा और दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते किया। इस दौरान मां की आंखों से आंसू छलक पड़े थे।