दोस्त की जान बचाने के लिए 8 दोस्तों ने बीच में छोड़ी परीक्षा की तैयारी, 10 दिन में जुटाए 40 लाख, दिला दी नई जिंदगी

दोस्ती हमारे जीवन का सबसे खूबसूरत रिश्ता है, जहां हमेशा एक दूसरे के लिए प्यार बना रहता है। व्यक्ति जो समस्या अपने परिवार के साथ भी बांट नहीं पाता, वह मित्रता में दोस्तों को बड़े आराम से बता देता है। जिसके साथ हम अपने जीवन के उत्साह, हर्ष, खुशी तथा शोक को बिना किसी तोड़ मरोड़ के साथ बांट सकें, वही व्यक्ति का सच्चा मित्र है। दोस्त हमें हर बुरे कामों से बचाता है तथा जीवन की हर कठिनाई में हमारा साथ देता है।

एक सच्चा मित्र वही होता है जो मुश्किल घड़ी में साथ रहता है और विपत्ति में भी जो दोस्त साथ ना छोड़े, उसे ही अच्छा और सच्चा दोस्त कहा जाता है। अक्सर दोस्ती से जुड़ी हुई खूबसूरत कहानियां सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। इसी बीच कुछ दोस्तों ने दोस्ती के लिए जो किया है वह दूसरों के लिए एक मिसाल बन गया है।

जी हां, ग्रेटर नोएडा के कुछ दोस्तों ने सड़क हादसे में घायल अपनी दोस्त को बचाने के लिए दिन रात एक करके महज 10 दिन में 40 लाख का इंतजाम किया और दोस्त की जिंदगी बचा ली। इतना ही नहीं बल्कि बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा स्वीटी को बचाने के लिए दोस्तों ने अपनी परीक्षा की तैयारी बीच में ही छोड़ दी। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से दोस्त की मदद के लिए गुहार लगाई। उसकी आर्थिक मदद करने के लिए दिन रात एक कर दिया तब जाकर पैसे जमा हुए, जो स्वीटी के इलाज में काम आ सकी।

परिवार के पास इलाज के लिए नहीं थे पैसे

आपको बता दें कि बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा स्वीटी का सेक्टर डेल्टा टू के पास एक रोड एक्सीडेंट हो गया था जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। परंतु स्वीटी के परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी ठीक नहीं है। इसलिए परिवार इतना महंगा इलाज करा पाने में असमर्थ था। ऐसी स्थिति में श्रुति के कॉलेज के 8 दोस्त उसके लिए फरिश्ता बनकर सामने आए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वीटी के दोस्त आशीर्वाद मणि त्रिपाठी, करण पांडे, आदर्श सिंह, राज श्रीवास्तव, अनुभव यादव, राजमणि, चंदन सिंह, शुभम, प्रतीक ने स्वीटी के परिवार को आश्वासन दिया कि वह उसके इलाज में होने वाले खर्च में उनकी मदद करेंगे। उन 8 दोस्तों ने अपने पास से और कुछ कॉलेज के दोस्तों से चंदा जमा करके करीब 1 लाख अस्पताल में जमा करवा दिया, जिससे स्वीटी का इलाज शुरू हुआ।

10 दिन में जुटाए 40 लाख रुपए

डॉक्टर्स के अनुसार, स्वीटी के इलाज के लिए लगभग 30 से 35 लाख रुपए की आवश्यकता थी लेकिन स्वीटी के इलाज के लिए उनका परिवार इतनी बड़ी रकम का इंतजाम करने में असमर्थ था। इस मुश्किल घड़ी में स्वीटी के कॉलेज के आठ दोस्त मसीहा बनकर सामने आए। उन्होंने स्वीटी के परिवार वालों को दोस्त स्वीटी के इलाज के लिए पैसे का इंतजाम करने में उनकी सहायता करने का भरोसा दिया।

आठों दोस्तों ने पैसे जमा करने के लिए दिन रात एक कर दिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर, व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य से स्वीटी की फोटो और उनके पिता का अकाउंट नंबर वायरल किया। लोगों ने उन पर भरोसा जताते हुए स्वीटी की मदद के लिए आगे आए और 10 दिन में तकरीबन 30 लाख का रुपये जमा कर लिए।

ऐसा भी बताया जा रहा है कि स्वीटी के इलाज में करीब 10 लाख की मदद पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से दी गई। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने अपने पुलिस विभाग के साथियों के सहयोग से स्वीटी के पिता की आर्थिक स्थिति को देखते हुए 10 लाख रुपए की मदद की और स्वीटी की हालत में पहले से सुधार है। स्वीटी ने अपने दोस्तों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुझे अपने दोस्तों पर गर्व है।

वहीं स्वीटी के दोस्तों ने कहा कि दोस्ती का फर्ज निभाने के लिए हमने अपनी अच्छी स्वीटी की मदद की है। दोस्तों ने कहा कि मुझे अपनी परीक्षा से ज्यादा स्वीटी की चिंता थी। परीक्षा तो फिर दे देंगे, मगर इलाज में लापरवाही मंजूर नहीं थी।