67 साल से नहीं नहाया 87 साल का ये बुजुर्ग, पानी से लगता है डर, ऐसे जी रहा अपनी जिंदगी, जानकर रह जाएंगे हैरान

जैसा कि हम सभी लोग यह जानते हैं, नहाना हमारी डेली रूटीन का एक अहम हिस्सा होता है। नहाने से कई प्रकार के फायदे होते हैं। अगर रोजाना नियमित रूप से नहाया जाए तो इससे पसीने की बदबू, शरीर के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। लेकिन सर्दियों के मौसम में देखा गया है कि बहुत ही कम लोग नहाना पसंद करते हैं।

वैसे हो भी क्यों ना, सर्दियों में नहाना हर किसी को एक कठिन काम लगता है। लेकिन ना चाहते हुए भी लोग नहा ही लेते हैं। अच्छा तो आप सभी लोगों ने कभी ऐसा सुना है कि कोई आदमी सालों तक नहीं नहाया हो?

आप हमारी यह बात सुनने के बाद यही सोच रहे होंगे कि हम भला कैसा मजाक कर रहे हैं। कोई भी इंसान ज्यादा से ज्यादा एक-दो दिन बिना नहाए रह सकता है। अगर ज्यादा लंबे समय तक नहीं नहाया जाए तो इससे शरीर में कई प्रकार की बीमारियां पैदा हो जाती हैं।

लेकिन आज हम आपको जिस इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं उसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे। जी हां, क्योंकि एक इंसान बीते 67 सालों से नहीं नहाया है। दरअसल, हम आपको जिस शख्स के बारे में बता रहे हैं वह ईरान के रहने वाले अमो हाजी हैं, जिनकी उम्र 87 साल की है।

87 साल के यह बुजुर्ग पिछले 67 साल से नहीं नहाए हैं। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इतने सालों में अपने शरीर पर पानी तक भी नहीं डाला है। इसी वजह से इनको दुनिया का सबसे गंदा इंसान कहा जाता है। जब इनके स्वास्थ्य की जांच की गई तो जांच करने वाले चिकित्सकों ने जो बात बताई, वह काफी हैरान कर देने वाली थी।

जानिए आखिर क्यों नहीं नहाते हैं अमो हाजी

अब आपके मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि भला अमो हाजी को नहाने में क्या दिक्कत है। तो आपको यह बता दें कि उनको पानी से डर लगता है। इसी वजह से वह नहीं नहाते हैं। अमो हाजी को इस बात का डर अधिक है कि अगर वह नहाएंगे तो बीमार पड़ जाएंगे। उनका ऐसा मानना है कि साफ-सफाई की वजह से वह बीमार हो जाएंगे।

नहीं नहाने के कारण उनका चेहरा भी काला पड़ चुका है और उनके पूरे शरीर से बदबू आती है। कोई भी इंसान उनके पास थोड़ी देर के लिए भी खड़ा नहीं हो सकता है। इसी कारण से ईरान के रेगिस्तान में वह अकेले ही रहते हैं। 87 साल के यह बुजुर्ग वर्तमान में देजगाह गांव में स्थानीय लोगों के द्वारा बनाई गई एक छोटी सी झोपड़ी में रहते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमो हाजी को साफ सुथरा रहना बिल्कुल भी पसंद नहीं है। इसी वजह से वह सड़ा गला हुआ मांस खाना पसंद करते हैं। ऐसा बताया जाता है कि वह सिर्फ सड़क पर मरे हुए जानवरों का सड़ा बासी मांस खाना पसंद करते हैं और तालाबों का पानी पीते हैं। अगर आप ठंड से बचने के लिए जो वह उपाय करते हैं उसके बारे में जानेंगे तो हैरत में पड़ जाएंगे।

रिपोर्ट्स की मानें तो युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए पुराने हेलमेट को वह ठंड से बचने के लिए पहनते हैं और वह एक ही कपड़ा कई सालों तक पहने रहते हैं। जब उनको कोई नया कपड़ा मिलता है तो वह पुराने कपड़े के ऊपर से ही नए कपड़े को पहन लेते हैं।

67 साल से नहीं नहाए लेकिन पूरी तरह से है स्वस्थ

डॉक्टरों की एक टीम उनके निवास स्थान पर पहुंची। जब उन्होंने झोपड़ी का दौरा किया तो उन्होंने अमो हाजी के स्वास्थ्य की जांच भी की। तेहरान में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के लिए पैरासिटोलॉजी के एक एसोसिएट प्रोफेसर ने अमो हाजी का परीक्षण किया। जिसे जानकारी वह भी हैरान हो गए थे। उन्होंने जांच में यह पाया कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनके शरीर में किसी भी प्रकार की बैक्टीरिया या फिर गंभीर बीमारी नहीं थी। सबसे जरूरी उद्देश्य चिकित्सकों और विशेषज्ञों का यह था कि उनके शरीर में परजीवियों और बैक्टीरिया का अध्ययन करें। उन्हें ऐसा लगा था कि बिना नहाए और गंदे शरीर में यह विकसित हुए होंगे परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं था।

आपको बता दें कि अकेले रहने वाले अमो हाजी धूम्रपान भी करते हैं। पहले कई लोग उनको परेशान किया करते थे परंतु स्थानीय प्रशासन के द्वारा उनकी मदद की गई। स्थानीय गवर्नर ने लोगों से यह अपील की थी कि उन्हें अकेला छोड़ दिया जाए ताकि वह अपने हिसाब से जिंदगी जी सकें। अब अमो हाजी के आसपास रहने वाले लोग उनका सम्मान करते हैं।