8वीं फेल इस लड़के ने तोड़े कमाई के सारे रिकॉर्ड, 2 हज़ार करोड़ की बना डाली खुद की कंपनी

आज के मॉडर्न समय मे पढ़ाई का कॉम्पिटिशन काफी हार्ड होता चला जा रहा है. हर कोई यही सोचता है कि वह तभी कामयाब हो पाएगा यदि उसके मार्क्स अच्छे होंगे. भारतीय पेरेंट्स भी अपने बच्चों के सिर पर ज्यादा नम्बरों का प्रेशर डाल रहे हैं. हालांकि इन बातों का कोई फायदा नही है. क्योंकि कामयाबी नंबरो से नही बल्कि टैलेंट से मिलती है. ऐसे में यदि आपके पास प्रतिभा है तो आप अपनी मंजिल तक थोड़ी मेहनत के बाद आवश्य ही पहुंच सकते हैं.

आज के इस खास पोस्ट में हम आपको ऐसे ही एक लड़के की सच्ची कहानी बता रहे हैं, जो आपको भी कुछ कर दिखाने के लिए मोटिवेट करेगी. इस लड़के को ना तो शिक्षा में उच्च ग्रेड्स मिले हैं और ना ही अधिक मार्क्स. लेकिन फिर भी यह लड़का आज करोड़ों रुपये का बिजनेस चला रहा है. अब आप सोच रहे होंगे कैसे? तो चलिए हम आपको बताते हैं पूरा माजरा.

त्रिशनित अरोड़ा आज वह नाम बन चुका है, जो अपने आप मे बहुत बड़ी हस्ती है. इस लड़के ने कम उम्र में ऐसे काम कर दिखाएं हैं, जो आप शायद सपने में भी नही सोच सकते. त्रिशनित ने साबित किया कि ग्रेड फ्यूचर तय नाहज करते बल्कि कामयाबी हमारी मेहनत और सोच तय करती है. दरअसल, त्रिशनित अपनी एक कंपनी चलाते हैं जिसका नाम टीएसी सिक्योरटी है. यह कंपनी देश ही नही बल्कि पूरी दुनिया की सबसे बड़ी साइबर कंपनियों को सुरक्षा प्रदान करती है. आज के समय मे डाटा की सुरक्षा सबसे अहमियत रखता है. वही त्रिशनित की कंपनी यह सुरक्षा प्रोवाइड करती है.

रिलायंस से लेकर पंजाब और गुजरात तक कि बड़ी बड़ी नामी-गिरामी कंपनियां भी त्रिशनित से साइबर सिक्योरटी ले रही हैं. त्रिशनित असल मे आठवीं फेल हैं. जब वह आठवीं मर थर तो उनके पिता ने उन्हें एक कंप्यूटर दिलवाया था. इस कंप्यूटर में वह इतने बिजी हो गए कि पढ़ाई-लिखाई तक भूल गए.

जब फेल होने पर प्रिंसिपल ने त्रिशनित को उनके पिता के सामने फटकार लगाई और पूछा कि भविष्य में क्या करोगे? तो त्रिशनित ने कहा था कि वह कंप्यूटर फील्ड में जाएंगे. छोटे प्रोजेक्ट्स से शुरुआत करने के बाद त्रिशनित आखिरकार 24 साल के हुए तो उनकी खुद की कंपनी बन गई. आज त्रिशनित की कंपनी कज कीमत लगभग 2 हज़ार करोड़ रुपये है और वह हर साल बिलियन डॉलर्स में कमा रहे हैं. त्रिश्नित की तरह ही हमारे देश में लाखों लोग हैं जो कि पढ़ाई में भले ही फेल हैं लेकिन टैलेंट के मामले में सबसे आगे रहे हैं.