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गरीबी के बावजूद शख्स ने सड़क से मिले 38 लाख रुपये लौटाए असली मालिक को, अब ईमानदारी ने बदली पूरी ज़िंदगी

आज के इस महंगाई भरे दौर में इंसान की ईमानदारी कहीं गायब सी हो गई है. दरअसल, पैसों की इस भाग-दौड़ में इंसानियत पीछे छूट गई है. अब लोग पैसा कमाने के लिए किसी दूसरे का अच्छा बुरा सोचना भूल चुके हैं. हर कोई अमीर होने के चक्कर में छोटी-मोटी गलतियां कर रहा है. लेकिन आज के इस खास पोस्ट में हम आपको एक ऐसे शख्स से रूबरू करवा रहे हैं जिसने इस कलयुग भरे दौर में भी साबित कर दिखाया है कि इंसानियत आज भी जिंदा है. इस शख्स ने ईमानदारी की कुछ ऐसी मिसाल पेश की है कि हर कोई अब उसे सलाम कर रहा है. इतना ही नही बल्कि इस व्यक्ति की ईमानदारी ने अब उसकी जिंदगी की काया रातों-रात पलट कर रख दी है.

दरअसल यह सच्ची घटना एक अफ्रीकी लड़के की है जिसे सड़क पर 38 लाख रुपये मिले थे. लेकिन इस लड़के ने उन रुपयों में से एक रुपया नही लिया और वह पूरे के पूरे पैसे उसके असली मालिक तक पहुंच दिए. लड़के की इस ईमानदारी ने बेशक उसे तब एक फूटी कौड़ी नही दी लेकिन अब इस ईमानदारी का फल उसे मिलता दिखाई दे रहा है जिसके चलते वह लड़का एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गया है.

खबरों की माने तो 19 वर्षीय इमैनुअल टुलो पश्चिमी अफ्रीकी देश लाइबेरिया का निवासी है. वह पेशे से मोटर बाइक टैक्सी ड्राइवर का काम करता है जिससे उसकी कमाई काफी कम होती है यहां तक कि उसका रोजाना का खर्चा भी पूरा नहीं हो पाता था. एक दिन अचानक से उसको सड़क के किनारे पर एक बैग दिखा जिसमें से उसकी किस्मत बदलने वाला खजाना निकला. दरअसल इस बैग में लाइब्रेरियन और अमरीकी नोट थे जोकि भारतीय मुद्रा के अनुसार लगभग 38 लाख रुपये थे.

ईमानदारी की मिसाल बना यह शख्स

गौरतलब है कि अगर टुलो उस वक्त अपनी किस्मत बदलने के बारे में सोचता और उन पैसों को उसके असली मालिक तक नहीं पहुंचा था तो उसकी जिंदगी रातोंरात बदल सकती थी और वह अमीर हो सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और अपने पैसे चाची को थमाते हुए उन्हें कहा कि वह सरकारी रेडियो पर पैसों के लिए अपील करवा दें ताकि उस बात को उसके असली मालिक तक पहुंचा सके. हालांकि उस समय टुलो की इमानदारी का कई लोगों ने मजाक भी उड़ाया था और कुछ नहीं उसे पैसे रखने की सलाह देकर बोला कि वह गरीबी में ही सड़ेगा. लेकिन टुलो ने किसी भी शख्स की नहीं सुनी और अपनी ईमानदारी और सच्चाई पर कायम रहा. अब आलम यह है कि उसे इस ईमानदारी के बदले कुछ ऐसा मिल गया है जिससे वह पूरी दुनिया में चर्चित हो गया है.

राष्ट्रपति द्वारा मिला इनाम

दरअसल इमैनुएल की ईमानदारी के बारे में जब राष्ट्रपति जॉर्ज विया को पता चला तो उन्होंने उसे 8 लाख रुपये बतौर इनाम देने के लिए घोषणा कर दी और साथ ही उसका सबसे प्रतिष्ठित स्कूल में दाखिला भी करवा दिया. अब इमैनुअल अपने से 6 साल छोटे बच्चों के साथ एक अच्छे स्कूल में पढ़ रहा है इसके अलावा उसे एक नामी-गिरामी अमरीकी कॉलेज ने उसे स्कॉलरशिप का ऑफर भी दे दिया है. राष्ट्रपति के इस इनाम के इलावा इमैनुअल को लोकल मीडिया के मालिक की तरफ से 1 लाख रुपये नकद इनाम भी दिया गया.

गौरतलब है कि इमैनुअल जब 9 वर्ष का था तो उसके पिता का देहांत हो गया था जिसके बाद उसे पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी. लेकिन अब आखिरकार वह फिर से अपनी पढ़ाई को जारी कर पा रहा है. इमैनुअल का कहना है कि वह एकाउंटिंग की पढ़ाई करना चाहता है ताकि वह आगे चलकर देश की अर्थव्यवस्था को संभालने में अपना योगदान दे सके.

 

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