कभी रोडवेज बसों में टिकेट काट कर बितानी पड़ती थी जिंदगी, अब दुल्हन बन हेलिकॉप्टर में हुई विदाई

किस्मत कब अपना रुख बदल ले यह किसी को नहीं पता. कईं बार हमारे साथ कुछ ऐसा हो जाता है जिसकी कल्पना हम सपने में भी नहीं कर पाते हैं. ऐसे ना जाने कितने ही किस्से हमे रोजमर्रा जिंदगी में सुनने या देखने को मिलते हैं जहां रातों-रात किसी की किस्मत की काया पूरी तरह से पलट जाती है. कुछ ऐसा ही एक वाक्या हाल ही में हमारे सामने आया है. दरअसल, हरियाणा रोड वेज की बसों में टिकट काट कर जिंदगी जीने वाली एक लड़की  के साथ कुछ ऐसा हुआ है जिसके बारे में उसने कभी नहीं सोचा था. जी हाँ, इस लड़की की बीते दिनों दुल्‍हन बन कर हेलिकॉप्‍टर में विदाई हुई है.  इस दुल्हन का नाम शैफाली है जोकि हरियाणा की पहली महिला कंडक्टर है. चलिए आपको बताते हैं आखिर यह पूरा माजरा क्या है.

आपको बता दें कि शैफाली हरियाणा की पहली महिला बस परिचालक बनीं हैं और बसों में टिकट काटती नजर आईं. फिर इसके बाद वह सुर्खियों में आ गईं है और लोगों ने इस बेटी की जम कर तारीफ की. वह अब फिर से चर्चा में हैं, वैसे इस बार वजह अलग है. इस बार कारण उनकी शादी और उसमें हुई उनकी विदाई का है.

दरअसल हाथ में थैला लिए हुए साधारण वेश भूषा में हरियाणा रोड वेज की बसों में टिकट काटने वाली शैफाली इस बार दुल्‍हन के जोड़े में नजर आईं हैं. इतना ही नहीं वह हेलीकाप्‍टर में अपने सपने के राजकुमार के साथ विदा हुईं थी. इसके बाद तो शैफाली सुर्खियों में आ गई हैं. सोशल मीडिया पर हर तरफ इनकी काफी चर्चा हो रही है.

वहीं शैफाली की सोमवार की रात को शादी हुई थी और मंगलवार की सुबह हेलिकॉप्टर से विदाई हुई थी. सिरसा के एच एस वी पी सेक्टर में रहने वाले पवन मांडा की बेटी शैफाली की शादी गांव कैरांवाली निवासी सचिन सहारण के साथ हुई है. इन दोनों नव विवाहित जोड़े की शादी ने सोशल मीडिया पर काफी सुर्खिया बटोर ली हैं. वहीं एक तरफ शैफाली के पिता पवन मांडा एस डी एक के कार्यालय में कार्यरत हैं और मां शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं. इनके चाचा प्रवीण मांडा पुलिस विभाग में हैं और राजवीर मांडा को- ऑपरेटिव बैंक कागदाना में चेयरमैन के पद पर कार्यरत हैं.

वहीं दूसरी ओर शैफाली के पति सचिन सहारण पी एन बी में फील्ड ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं. दरअसल मांडा परिवार में चार पीढ़ियों से किसी बेटी का जन्म नहीं हुआ था. इसलिए शैफाली को परिवार ने खूब लाड-प्यार से पाला है. शैफाली का ससुराल गांव कैरांवाली सिरसा से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है. इसलिए 15 मिनट में वह अपनी ससुराल पहुंच गई. शैफाली की शादी और विदाई सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है.