महज 17 की उम्र में ₹500 लेकर मुंबई आए थे रवि किशन, वडापाव खाकर भरा पेट, आज हैं करोड़ों की संपत्ति के मालिक

समय के साथ साथ भोजपुरी सिनेमा जगत के कलाकारों की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। भोजपुरी फिल्में देखने वालों की संख्या मौजूदा समय में लगातार बढ़ रही है। वहीं भोजपुरी सिनेमा के बहुत से कलाकार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों में अपने लिए एक खास जगह बनाई है। इतना ही नहीं बल्कि कई भोजपुरी सिनेमा के कलाकार ऐसे भी हैं जो अब हिंदी फिल्मों में भी आ चुके हैं और यहां भी वह अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर अच्छी खासी प्रसिद्धि हासिल कर रहे हैं।

रवि किशन भी उन्हीं अभिनेताओं में से एक हैं। यह एक ऐसे भारतीय प्रसिद्ध अभिनेता हैं, जो भोजपुरी और हिंदी फिल्मों में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। रवि किशन बिग बॉस जैसे रियलिटी शो में भी हिस्सा ले चुके हैं और काफी लंबे समय से यह दर्शकों के दिलों पर राज करते आ रहे हैं।

भोजपुरी से लेकर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री तक, सुपरस्टार रवि किशन ने अपने फैंस के दिलों में अपने लिए खास जगह बनाई है। रवि किशन का एक्टर बनने का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। उन्होंने कभी भी किसी काम को छोटा बड़ा नहीं समझा। रवि किशन का बचपन उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक मिट्टी के घर में गरीबी में व्यतीत हुआ था। उन्हें अपना पहला घर मुंबई याद आ रहा है।

दरअसल, रवि किशन जन्म मुंबई के एक फ्लैट में 10 गुना 12 के कमरे में हुआ था, जहां वह अपने भाई बहनों के साथ रहा करते थे। रवि किशन ने महसूस किया कि बिना किसी शिक्षा और मार्गदर्शन के वह जीवन में एक काम कर सकते हैं वह सिनेमा है। रवि किशन को बचपन से ही एक्टिंग का बेहद शौक रहा था। अपनी आंखों में सपने संजोए महज 17 साल की उम्र में वह ₹500 हाथ में लेकर घर से मुंबई भाग आए थे।

अपने गरीब माता-पिता के सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने रामलीला में सीता की भूमिका निभाई और रवि किशन ने जिंदगी की कठिन लड़ाई जीतकर भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार बने। रवि किशन ने हिंदी और भोजपुरी भाषाओं में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया।

रवि किशन का ऐसा कहना है कि “लोग पैदल मुंबई आते हैं लेकिन मैं घुटनों के बल मुंबई पहुंच गया हूं। एक समय था जब मैं बांद्रा में अखबार बांटता था जिसके लिए मुझे सिर्फ ₹25 महीने मिलते थे। उसी समय मैं ग्रेजुएशन पूरा कर रहा था। मैं अपने जीवन में बस सूर्य उदय की प्रतीक्षा कर रहा था। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं हो सकती। मेरा परिवार आर्थिक रूप से अस्थिर था।

मेरी जरूरतों ने मुझे सब कुछ करने के लिए मजबूर किया लेकिन मुझे लगता है कि भगवान का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है मेरे पास भविष्य के लिए कोई योजना नहीं है क्योंकि कई बार मेरी अच्छी प्लानिंग भी फेल हो जाती है।” रवि किशन कहते हैं कि जब मुझे हिंदी फिल्म उद्योग में नौकरी नहीं मिल रही थी, तो मुझे एक भोजपुरी फिल्म का प्रस्ताव मिला, जिसे कई लोगों ने ठुकरा दिया।

हमें यकीन नहीं था कि यह एक फिल्म होगी लेकिन मेरे करियर की शुरुआत इसी फिल्म से हुई थी। मैंने हमेशा सफलता के लिए खुद को तैयार किया और इसने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।’ रवि किशन बताते हैं कि “मेरा जीवन एक जुआ बन गया था और मैं उससे दूर हो गया था लेकिन मैंने अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ा। भोजपुरी फिल्में करने के बाद मुझे चिंता थी कि मुझे बॉलीवुड में मौका प्राप्त होगा या नहीं? लेकिन इसके लिए मैंने दिन रात मेहनत की और मेरी मेहनत रंग लाई।

रवि किशन को अपने शुरुआती दिनों में काफी संघर्ष करना पड़ा था लेकिन उन्होंने सभी को स्वीकार किया और उन्होंने हमेशा अपनी क्षमताओं पर विश्वास किया। वह अपने सपनों को साकार करने के लिए जीवन की चुनौतियों का सामना करते रहे और उन्होंने अपने मजबूत इरादों से आज अच्छा खासा मुकाम हासिल किया है।

मौजूदा समय में रवि किशन के पास किसी भी चीज की कमी नहीं है। कभी वह सिर्फ ₹500 लेकर मुंबई आए थे परंतु मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह आज 18 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। उनकी शुरुआत इतनी कठिन थी कि उन्होंने पेट भर के खाना नहीं खाया। कभी-कभी तो ऐसी काली रात बनकर आई, बस वड़ापाव खाकर उनको यह समय निकाल लेना पड़ा। आखिर में उन्होंने एक बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है।