उम्र है 78 मगर जज्बा नहीं है किसी से कम, महज़ 4 घंटे की नींद लेते हैं अमिताभ बच्चन, ये है बड़ी वजह

बॉलीवुड के बिग बी यानी अमिताभ बच्चन किसी दौर में अंग्री यंग मैन कहलाते थे और अब वह 78 वर्ष के हो चुके है मगर आज भी उनका जज्बा वहीं 70 के दशक वाला ही है. आज जहा कई यंग हीरो अपनी सेहत को लेकर काफी चिंतित रहते है वहीं अमिताभ बच्चन पर उम्र का कोई असर पड़ता नहीं नजर आ रहा है. वे उम्र के इस पड़ाव में भी काफी फ‍िट और एक्ट‍िव हैं. साथ ही वो सिनेमा से आज भी जुड़े हुए है और लगातार शूटिंग कर रहे है. ज़ाहिर सी बात है कि लगातार काम करने की वजह से उन्हें आराम का मौका नहीं मिल रहा है और इसी से जुड़ी खबर उन्होंने अपने ब्लॉग में दी है.

वहीं अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा हैं- कल रात मेरे लिए काफी लंबी रही… करीब ढाई बजे काम ख़तम हुआ फिर सुबह उठ कर वापिस 6 बजे काम पर जाना. ऐसे नींद लेना थोडा मुश्किल था… काम शेड्यूल के अनुसार चलता गया. कहते हैं महात्मा भी पंद्रह मिनट की गहरी नींद के बाद वापिस काम करते थे. मेरा भी यही सिस्टम चलता आया है. शुरू में सब काम वक़्त पर होता था मगर अब यह सब थोडा अजीब फील होता है.”

 

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दरसअल यह अमिताभ अपने टाईट शेड्यूल कि बात कर रहे है वे आगे लिखते है, “दो फिल्मों में दो अलग किरदार निभाना और फिर दो अलग लोकेशन और दो अलग समय… जिसमे मेरी फर्स्ट श‍िफ्ट 7 बजे से 2 बजे तक और दूसरी फिल्म 2 बजे से रात 10 बजे तक होती थी…जिसे आसान शब्दों में कहें तो रोज़ सुबह 5 बजे उठना, फिर साढ़े पांच बजे घर से निकल जाना ताकि 6 बजे तक मेकअप-हेयर कॉस्ट्यूम के लिए सेट पर पहुंच जाएं, 7 बजे फर्स्ट शॉट और फिर आगे…और कई बार शहर के कई लोकेशंस पर शूट‍िंग होना आम बात हुआ करती थी.”

 

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बता दे कि अमिताभ अपनी नई फिल्म मेडे की शूट‍िंग कर रहे है. उन्होंने बताया कि इसकी शेड्यूल-लोकेशन और 1975 में रिलीज फिल्म दीवार के शूट‍िंग एक जैसी है. वे लिखते हैं- क्लाइमैक्स ऑफ दीवार के लिए रात को शूट‍िंग होनी थी. परमिशन और बैलार्ड ईस्टेट, मेडे की जितनी तस्वीरें मैंने साझा की है वे देर रात 10 बजे के बाद की है…10 बजे के बाद पूरी रात काम चलता रहा था उसके बाद फिर सुबह 5 बजे जाकर शूट खत्म करना…सीधे एयरपोर्ट जाना, बेंगलुरू के लिए फ्लाइट पकड़ना कठिन था.” उन्होंने आगे कहा कि “एक घंटे ड्राइव कर फिल्म शोले की शूट‍िंग लोकेशन रामगढ़ पहुंचना और फिर वहां जाकर भी शूट करना. शाम तक दोबारा एयरपोर्ट के लिए भागमभाग करना, मुंबई के लिए फ्लाइट पकड़ना और दीवार का नाइट क्लाइमैक्स शूट करना. फ्लाइट में सोना यह सब तबी तक चलता जब तक काम नहीं पूरा हो जाता था.”