Untold: अमरीश पुरी कभी करते थे सरकारी क्लर्क की नौकरी, पर फिल्मों में ‘विलेन’ बन कर कमाया था खूब नाम

फिल्म जगत में कई लोग विलेन की भूमिका निभाते आए हैं लेकिन आज हम एक ऐसे कलाकार की बात कर रहे हैं जो सबसे बड़ा विलेन था, हालाँकि ये कलाकार अब इस दुनिया में तो नहीं रहा परंतु उन्होंने फिल्म जगत में कई दशकों तक अभिनय किया था और अपनी एक्टिंग से लोगों को बता दिया था कि वो किसी से कम नहीं. वो अभिनेता हैं महान फिल्म एक्टर अमरीश पुरी जो फिल्म इंडस्ट्री की फिल्मों में ज्यादातर विलेन की भूमिका में नजर आए परंतु अपनी एक्टिंग से उन्होंने सभी के दिल में जगह बना ली. फिल्म जगत में फेमस इन्हें विलेन के नाम से भी जाना जाता था, उन्होंने इंडस्ट्री की कई बड़ी फिल्मों में अभिनय किया.

बता दें कि अमरीश पुरी ने बॉलीवुड के कई महान अभिनेताओ के साथ एक्टिंग की दी. वहीं उन्होंने घातक, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, चाची 420, कारण अर्जुन, और भी बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में एक्टिंग की थी. आपको बता दें कि फिल्मी दुनिया में आपे से पहले फेमस विलेन अमरीश पुरी ने सरकारी नौकरी को भी छोड़ा था. दरअसल वे अभिनय के इतने ज्यादा शौकी थे कि अच्छी खासी सरकारी नौकरी को छोड़ दिया था और उन्होंने फिल्म जगत में एक्टिंग करना सही समझा था.

बिमा निगम में करते थे नौकरी 

जानकारी के लिए बता दें कि अमरीश पुरी ने करीब 21 साल तक कर्मचारी बीमा निगम में क्लर्क के रूप में नौकरी की थी वहीं इस बीच थियेटर और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से उनकी मुलाकात हो गई और इसके बाद ही अमरीश पुरी को फिल्मों में आने का शोक पता लगा जिसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी और पूरी तरह फिल्मों में आने का फैसला कर लिया जिसमें वे सफल भी हो गए.

वहीं अमरीश पुरी सत्येदव दुबे से मिले थे, जो उस वक्त निर्देशक, अभिनेता और लेखक हुआ करते थे. फिर इसके बाद अमरीश पुरी ने सत्यदेव को अपना गुरु माना और उनके साथ काम करना शुरू किया. जिसके बाद साल 1971 में फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ में अमरीश पुरी ने अपनी एक्टिंग का रंग दिखाया. वहीं उनकी एक्टिंग लोगों को काफी ज्यादा अच्छी लग गई और यही से उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपने कदम जमा लिए.

आपको बता दें कि फिल्मों के साथ साथ अमरीश पुरी ने कई नाटक में भी काम किया. एक्टर जो भी भूमिका करते थे उसमें पूरी मेहनत और लगन लगा देते थे. वे अपनी भूमिका में समा जाते थे, ताकि देखने वालों को उनका रोल असली लगने लगे. उनकी यही खासियत थी, जिसके कारण वे लोगों के दिलों में जगह बनाते और आज भी यह जगह लोगों के दिलों में कायम है. एक्टर ने फिल्मों के साथ नाटक में भी अपनी एक्टिंग से सभी को अपना दीवाना बनाया. दरअसल उन्होंने एक बार 17 मिनिट तक बिना आंख झपकाए एक नाटक का भूमिका निभाई थी. जिससे सभी दंग रह गए थे हालाँकि अमरीश पुरी को यहाँ तक पहुंचने के लिए कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा था लेकिन इसके बाद वह कामयाब भी हो गए.