BCCI सेक्रेटरी जय शाह की तस्वीर ने मचाया सोशल मीडिया पर बवाल, लोग बोले- ‘इसमें सौरव गांगुली खड़े क्यों हैं…?’

फ़िल्मी सितारों और क्रिकेटर्स की जिंदगी अक्सर कैमरा और लाइमलाइट से घिरी ही रहती है. फैन्स इनकी प्रोफेशनल लाइफ से लेकर पर्सनल लाइफ तक में खासी दिलचस्पी दिखाते हैं. वहीँ इन दिनों पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली लगातार ख़बरों की सुर्ख़ियों में बने हुए हैं जिसका कारण उनका क्रिकेट में कमबैक करना नहीं बल्कि कुछ और ही है. दरअसल, इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान यानि कि विराट कोहली की एक प्रेस कांफ्रेस काफी तेज़ी से लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है इस कॉन्फ्रेस में विराट ने कहा था कि उन्हें वन- डे मैचों की कप्तानी को लेकर पहले कुछ भी नही बताया गया था ऐसे में केवल एक घंटे पहले ही उन्हें इस बारे में सूचित किया गया था जबकि बीसीसीआई का इस मामले में कुछ और ही कहना है. उनका यह बयान सामने आया है कि बीसीसीआई द्वारा पहले से ही विराट को कप्तानी से हटाने की बात बता दी गई थी ऐसे में कप्तान और बोर्ड के बीच चल रही इस बहस में फैन्स की भी अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. लोग अपनी बात सोशल मीडिया पर सामने रख रहे हैं.

इस बीच डायरेक्टर विनोद कापड़ी की एक तस्वीर भी खूब चर्चित हो गई है जो कि उन्होंने ट्विटर पर साझा की थी. इस तस्वीर में ख़ास बात यह है कि इसमें बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह कुर्सी पर बैठे नज़र आ रहे हैं जबकि अन्य अध्यक्ष सौरव गांगुली, राजीव शुक्ला जैसे बड़े लोग पास में खड़े नज़र आ रहे हैं. ऐसे में विनोद कापड़ी ने तस्वीर को शेयर करते हुए सवाल किया कि, ‘इनसे भला कोई पूछे कि सौरव गांगुली उम्र में भी इनसे बड़े हैं और पद से भी लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें खड़ा क्यों रखा गया है और जय शाह कुर्सी पर बैठे क्यों हैं?’

इसके कुछ देर बाद ही डायरेक्टर विनोद कापड़ी ने एक अन्य ट्वीट भी शेयर की और कहा कि, ‘ये सच में बेहद शर्मनाक है जो भारतीय क्रिकेट के पतन की शुरुआत के बारे में हमे बता रहा है. जय शाह बेशक अमित शाह के बेटे हैं लेकिन भारत के एक समय में महँ कप्तान रहे सौरव गांगुली तो फिर भी हाथ जोड़े खड़े हुए हैं लेकिन जय शाह तो…’ इसके आगे विनोद कापड़ी ने लिखा कि, ‘इन सब लोगों ने मिल कर ही शायद विराट कोहली को वन-डे मैचों की कप्तानी करने से हटा दिया है.’

वहीँ इस ट्वीट का जवाब देते हुए एक वरिष्ठ पत्रकार प्रणव सिरोही ने लिखा कि, ‘जब पदाधिकारियों द्वारा दायित्व संभाला गया था तो हर कोई बार- बारी एक दुसरे के चैंबर में जा कर फोटोशूट करवा रहा था और अपने अ[ने चैंबर में सभी बैठे थे. लेकिन फेक खबर फैलाने वालों को तो अपने मतलब की फोटो ही पसंद आती है. काश इस तरह की जजिंग से सबकी याद करने की शक्ति और बुद्धि भी बढ़ जाती.’ उनके इस ट्वीट के बाद कांग्रेस नेता संजय झा ने पुछा कि गृह मंत्री अमित शाह का बीटा होने के इलावा जय शाह की ऐसी कौनसी योग्यता है जिससे उन्हें बीसीसीआई का अध्यक्ष बनाया गया है. वहीँ उनका जवाब देने के लिए फिल्ममेकर अशोक पंडित सामने आए और जवाब में लिखा कि, ‘शरद पवार और राजीव गाँधी की ऐसी कौनसी योग्यता रही थी? इन्धिरा गांधी का बीटा होने के इलावा राजीव में क्या ख़ास था और सोनिया गाँधी में ऐसा क्या है जो वह कांग्रेस की अध्यक्ष बन कर राज करती हैं. अब राहुल गांधी के बारे में क्या ही बोलूं.’