84 साल के बुजुर्ग ने 12 बार लगवाई कोविड वैक्सीन, पकड़ा गया तो बताई ये वजह, जानकर हर कोई हैरान

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं काफी लंबे समय से देश भर में कोरोना महामारी का संकट मंडरा रहा है। इस दौरान लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा भी कोरोना की रोकथाम के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना काल में कोविड वैक्सीन लगवाना हर किसी के लिए जरूरी है लेकिन देश के ऐसे कई जगह है जहां पर लोगों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है। इसी बीच बिहार में कोविड वैक्सीन लगवाने के नियमों की धज्जियां उड़ाने का एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है।

दरअसल, बिहार के मधेपुरा जिले से एक चौंकाने वाला मामला निकल कर सामने आया है। 84 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल का ऐसा दावा है कि वह कोरोना का टीका 11 बार लगवा चुके हैं। इस बुजुर्ग के दावे के बाद बिहार के स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई है और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच भी शुरू कर दी है। बुजुर्गों के इस दावे के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग पर भी सवाल उठ सकते हैं।

84 साल के ब्रह्मदेव मंडल मधेपुरा के उदाकिशुनगंज के औराई गांव के रहने वाले हैं। जिनको स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने रविवार को 12वीं बार कोरोना का टीका लगवाते समय पकड़ लिया। उस दौरान वह टीका लगवाने के फिराक में थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार वहां पर मौजूद लोगों ने उनकी पहचान कर ली और उसके बाद कोरोना का टीका लगाने से मना कर दिया गया। ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने इसके लिए अपने परिवार और नजदीकी सदस्य की अलग-अलग आईडी और मोबाइल फोन नंबर का भी प्रयोग किया था।

ब्रह्मदेव मंडल का ऐसा दावा है कि वह पोस्टल डिपार्टमेंट में रिटायर कर्मचारी हैं। उन्होंने कोरोना का पहला टीका 13 फरवरी 2021 को लगवाया था। उसके बाद उन्होंने पिछले साल मार्च, मई, जून, जुलाई और अगस्त में लगातार कोरोना के टीके लगवाए। सितंबर के महीने में उन्होंने अपना आधार कार्ड, वोटर आईडी और बाकी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर तीन बार कोरोना का टीका लगवा लिया। इस प्रकार से उनका ऐसा दावा है कि वह बीते साल 30 दिसंबर तक 11 बार कोरोना का टीका लगवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने बहुत ही बढ़िया चीज वैक्सीन बनाई है।

इस मामले के सामने आने के बाद कोरोना का टीका लगवाने में हुई इस लापरवाही को लेकर जब मधेपुरा के सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र प्रताप शाही से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा “सच का पता लगाने के लिए हमने पहले ही जांच का आदेश दे दिया है। जांच के बाद पता चलेगा कि उस शख्स ने कोरोना का टीका इतनी बार कैसे लगवा लिया।”

84 वर्षीय इस बुजुर्ग का ऐसा बताना है कि उसने 11 बार टीका लगवाने के लिए 8 बार अपना आधार कार्ड और मोबाइल नंबर इस्तेमाल किया और तीन बार अपना मतदाता पहचान पत्र और पत्नी के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया। और सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि मंडल का ऐसा दावा है कि हर बार कोरोना का टीका लगवाने के बाद उसने बहुत ही अच्छा महसूस किया।

उनका ऐसा बताना है कि टीके की शुरुआत से पहले उन्हें कई तरह की समस्याएं थीं। घुटने में दर्द रहता था लेकिन हर टीके के बाद उनकी समस्या खत्म होती चली गई। उनका ऐसा दावा है कि उन्हें अब किसी भी प्रकार की दर्द की शिकायत नहीं होती है।