चिरंजीवी ने 33 साल पुरानी घटना का किया खुलासा, कहा- भारतीय सिनेमा का इतिहास देखकर उन्हें अपमानित महसूस हुआ था

एक समय ऐसा था जब बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ बॉलीवुड का ही राज हुआ करता था परंतु समय के साथ-साथ अब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री धीरे-धीरे सिकुड़ती जा रही है। पिछले कुछ सालों से देश के हर कोने के लोगों द्वारा साउथ फिल्म इंडस्ट्री को खूब पसंद किया जा रहा है। मौजूदा समय में साउथ इंडस्ट्री के कलाकार दुनिया भर में मशहूर हैं और इनकी फैन फॉलोइंग भी बहुत तगड़ी है।

आजकल साउथ की फिल्में सबसे ज्यादा देखी जा रही हैं। चाहे “बाहुबली’ की बात की जाए या फिर केजीएफ की, पैन इंडियन फिल्में लगातार बॉक्स ऑफिस पर नए नए रिकॉर्ड कायम कर रही है। इतना ही नहीं बल्कि अब तो बॉलीवुड भी साउथ फिल्म मेकर्स के साथ मिलकर फिल्में बनाने में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि साउथ के सुपरस्टार कहे जाने वाले एक्टर चिरंजीवी ने हिंदी फिल्मों में भी काम किया है।

चिरंजीवी का बॉलीवुड से पुराना नाता रहा है। मेगास्टार चिरंजीवी इन दिनों अपनी अपकमिंग तेलुगू फिल्म “आचार्य” को लेकर सुर्खियों का विषय बने हुए हैं। इसी बीच उन्होंने 33 साल पुरानी घटना को याद किया है, जब वह बहुत आहत हो गए थे। उन्हें दिल्ली में एक अवॉर्ड सेरेमनी में खुद की बेइज्जती महसूस हुई थी। अब उन्होंने सालों बाद इसका खुलासा किया है

चिरंजीवी ने किया 33 साल बाद खुलासा

दरअसल, चिरंजीवी ने ‘आचार्य’ की रिलीज से पहले साल 1989 में उनके साथ हुई एक घटना का खुलासा किया है। जब दिल्ली में उन्होंने अपमानित महसूस किया था। बता दें अभिनेता चिरंजीवी अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में एक अवॉर्ड सेरिमनी को अटेंड करने के लिए पहुंचे हुए थे।

दरअसल, यहां चिरंजीवी को पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया गया था, जहां उनकी फिल्म रूद्रवीणा को प्रतिष्ठित नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा था। अवॉर्ड सेरिमनी से एक शाम पहले उन्होंने एक टी पार्टी में शिरकत की, जहां उन्होंने भारतीय सिनेमा के इतिहास को दिखाते हुए एक दीवार देखी।

साउथ फिल्म इंडस्ट्री को छोटी जगह दी गई

साउथ सुपरस्टार चिरंजीवी ने यह बताया कि उस दीवार को देखकर उन्हें अपमानित महसूस हुआ क्योंकि उस पर साउथ फिल्म इंडस्ट्री के एक्टर्स को बहुत छोटी जगह दी गई थी। चिरंजीवी ने यह खुलासा किया कि “मैं दक्षिण फिल्मों की लालसा से दीवार पर देखते हुए आगे बढ़ रहा था। हालांकि, वहां जयललिता के साथ एमजीआर और प्रेम नजीर की एक ही तस्वीर थी, जिसे उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री का टाइटल दिया। बस इतना ही।”

“मैं बहुत अपमानित महसूस कर रहा था”

चिरंजीवी ने खुद से सवाल किया, क्या वह राज कुमार या विष्णुवर्धन या एनटी रामाराव या नागेश्वर राव या शिवाजी गणेशन या यहां तक कि हमारे उद्योगों के दिग्गज फिल्म निर्माताओं को नहीं पहचानते थे? चिरंजीवी ने यह बताया कि “उस पल मैं बहुत अपमानित महसूस कर रहा था। उस दीवार पर सिर्फ हिंदी सिनेमा को ही भारतीय सिनेमा बताया गया था, जिससे मुझे बहुत दुख हुआ।”

आपको बता दें कि चिरंजीवी ने यह भी कहा था कि बाहुबली, आरआरआर, पुष्पा और केजीएफ जैसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छा परफॉर्म कर रही हैं। उन्हें बहुत गर्व के साउथ के एक्टर्स, डायरेक्टर्स और राइटर्स की पूरे देश में चर्चा हो रही है। चिरंजीवी ने बाहुबली के डायरेक्टर एसएस राजामौली को फिल्म की सक्सेज से रीजनल बैरियर्स को तोड़ने के लिए धन्यवाद भी किया।