बहु नीता अंबानी की हर रोज़ आधा घंटा क्लास लेते थे धीरुभाई अंबानी, पूछते थे ऐसे अटपटे सवालों के जवाब…

भारत के सबसे अमीर और पावरफुल फैमिली में शामिल है अंबानी परिवार. आज धीरूभाई अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज को उनके बेटे बुलंदियों पर पहुंचा रहे है. धीरूभाई अंबानी बिजनेस को जितना महत्वपूर्ण समझते है उतना ही के पारिवारिक मूल्यों को भी प्राथमिकता दिया करते थे. वे समझते थे कि दोनों एक ही सिक्के का हिस्सा है दोनो के बीच तालमेल जरुरी है.

आपको बता दे की अपने बड़े बेटे मुकेश अंबानी के लिए धीरुभाई ने नीता को पसंद किया था. बता दे की नीता बहुत ही सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है मगर नीता के व्यवहार ने उन्हें अंबानी खानदान की बहू बना दिया था. एक बार नीता अंबानी ने वरिष्ठ पत्रकार करण थापर के चर्चित टॉक ‘शो फेस टू फेस’ में अपनी रिश्ते से जुड़ा दिलचस्प बताते बताई थी. इस शो में उनके साथ मुकेश अंबानी भी शामिल हुए थे. आइए जानते है धुरूभाई अंबानी कैसे अपनी बहू को ट्रेन करते थे.

दिलचस्प बात ही की ससुर धीरूभाई हर दिन आधे घंटे नीता अंबानी से सवाल जवाब करते थे. नीता कहती हैं कि पापा के साथ उनका हर दिन साढ़े सात बजे से आधे घंटे का समय तय होता था और इस दौरान धीरूभाई नीता से शेयर मार्केट, पॉलिटिक्स, वर्ल्ड अफेयर्स और रिलायंस कंपनी से संबंधित कठिन सवाल पूछते थे.

हालांकि सवाल इतने कठिन होते थे कि नीता सवालो के जवाब नहीं दे पाती थी. नीता कहती थी कि वो अपनी इज्जत बनाने के लिए दिन रात पढ़ती थी मगर फिर भी वह जवाब नहीं दे पाती थी. वह यह तक मुकेश अंबानी से भी फोन पर बात कर मदद लेती थी और मुकेश उन्हें संभावित प्रश्नों के बारे में बताते थे. मगर फिर भी नीता सवालों से उलझन में पड़ जाती थी और जवाब नहीं दे पाती थी.

दरअसल नीता अंबानी धीरूभाई अंबानी की पहली पसंद थी. नीता को उन्होंने नवरात्रि के अवसर क्लासिकल डांस करते हुए कॉलेज के एक समारोह में देखा था. धीरूभाई को नीता का डांस बहुत अच्छा लगा और नीता भी उन्हें काफी पसंद आईं. उसी वक्त उन्होंने नीता को अपनी बहू बनाने का ठान ली थी.

वहीं धीरूभाई ने प्रोग्राम के ऑर्गेनाइजर से बात करके नीता के बारे में सारी बाते जानी और उनका फोन नंबर ले लिया और घर पहुंचते ही उन्होंने नीता को फोन मिला दिया. फोन नीता ने ही उठाया. मगर जब उन्होंने सुना की ‘ मैं धीरूभाई अंबानी बोल रहा हूं’ तो उन्होंने इससे मज़ाक समझ कर फोन काट दिया था. जब तीसरी बार फोन आया तब नीता के पिता ने फोन उठाया और तब जाकर रिश्ते की बात आगे बढ़ी.