10 जून शनि जयंती पर ना करें ये काम, अन्यथा कृपा की जगह भगवान हो जाएंगे नाराज, हो सकता है अनिष्ट

प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास में कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। इस बार शनि जयंती 10 जून 2021 दिन गुरुवार को मनाई जाएगी। यह दिन शनि देवता की कृपा पाने का बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। ऐसा बताया जाता है कि अगर इस दिन शनि देव की विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना की जाए तो इससे शनि के बुरे प्रभावों से छुटकारा प्राप्त होता है और जीवन में आने वाली समस्याएं भी दूर हो जातीं हैं।

ज्योतिष शास्त्र में शनि देव न्याय के देवता हैं और यह कर्मफलदाता भी कहे जाते हैं। मनुष्य अपने जीवन में जैसे कार्य करता है उसी के अनुसार शनि देव उसको फल प्रदान करते हैं। ऐसा बताया जाता है कि जिस व्यक्ति के ऊपर शनिदेव की कृपा होती है उसका जीवन हर प्रकार से सुखी हो जाता है परंतु अगर शनि देव की बुरी दृष्टि किसी व्यक्ति के ऊपर पड़ जाए तो उसको आर्थिक, पारिवारिक, कार्य क्षेत्र से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है परंतु आप शनि देव की विधि-विधान पूर्वक पूजा करके सभी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसी जरूरी बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिनको आप ध्यान में जरूर रखें। अगर आप शनि देव की कृपा पाना चाहते हैं तो भूलकर भी शनि जयंती के दिन यह कार्य ना करें अन्यथा शनि कृपा की बजाए आपको उनके गुस्से का सामना करना पड़ सकता है।

शनि जयंती पर भूलकर भी ना करें ये काम

1. शनि जयंती के दिन आप किसी भी कमजोर और असहाय व्यक्ति को कष्ट न पहुंचाएं और ना ही इस दिन किसी के साथ छल-कपट करें अन्यथा इसकी वजह से शनि देवता आपसे नाराज हो जाएंगे और आपको उनके दंड का सामना करना पड़ेगा।

2. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि शनि जयंती के दिन मांस-मदिरा का सेवन भूलकर भी मत कीजिए और ना ही इस दिन किसी भी प्रकार के गलत कार्य करें अन्यथा शनि देव के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।

3. शनि जयंती के दिन आप अपने घर में लोहे से बनी हुई चीजें खरीद कर ना लाएं। ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन लोहे से बनी हुई चीजें खरीद कर व्यक्ति लाता है तो इसके कारण आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही आप शनि जयंती पर सरसों का तेल, लकड़ी और उड़द आदि चीजें भी खरीद कर ना लाएं।

4. आप इस बात का ध्यान रखें कि शनि जयंती के दिन तुलसी, बेलपत्र या पीपल के पत्ते भूलकर भी ना तोड़े अन्यथा इसकी वजह से शनिदेव नाराज होते हैं।

5. शनि जयंती के दिन नाखून और बाल भूलकर भी ना कटवाएं। इसके अलावा इस दिन जूते-चप्पल आदि की खरीदारी भी ना करें।

6. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि देवता को उनकी पत्नी से श्राप मिला था कि जिस पर भी उनकी दृष्टि पड़ेगी उसका अनिष्ट हो जाएगा। इसी वजह से आप शनि देव की पूजा हमेशा सिर झुकाकर ही करें। आप भूल कर भी शनिदेव से दृष्टि ना मिलाएं अन्यथा इससे उनकी कृपा की बजाय आपको अनिष्ट का सामना करना पड़ सकता है।

शनि जयंती शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ मास अमावस्या तिथि आरंभ- 09 जून दिन बुधवार, दोपहर 01:57 बजाए से

ज्येष्ठ मास अमावस्या तिथि समाप्त- 10 जून दिन गुरूवार, शाम 04:22 बजे पर