शनिश्चरी अमावस्या पर करें ये काम, शनि की साढ़े साती और ढैय्या से मिलेगी मुक्ति

शास्त्रों में शनि को हमारे कर्म का और न्याय का देवता माना गया है। हमारे सभी अच्छे या बुरे कर्मों के पीछे शनि का ही हाथ होता है। शनिदेव का रंग श्याम वर्ण है और अमावस्या की रात भी काली होती है। इसी वजह से शनि को बेहद प्रिय है। हिंदू धर्म में 15वीं तिथि को अमावस्या तिथि मनाई जाती है। इस साल की पहली अमावस्या 21 जनवरी 2023, शनिवार के दिन पड़ रही है। सनातन धर्म में शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शनिश्चरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए विधि विधान से उनकी पूजा करनी चाहिए।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस महीने मौनी अमावस्या पर शनिवार होने की वजह से इसका महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। आपको बता दें कि शनिदेव ने हाल ही में 17 जनवरी को कुंभ राशि में गोचर किया था, जिसके कारण कुछ राशि वाले लोगों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्प्रभाव से छुटकारा मिल गया है। वहीं कुछ राशि वाले लोगों पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप शुरू हो चुका है।

ऐसी स्थिति में जो लोग शनि के प्रकोप का सामना कर रहे हैं उन्हें शनि अमावस्या के दिन कुछ उपाय करना चाहिए। इससे साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रकोप से छुटकारा मिल जाएगा।

शनि के प्रकोप से बचने के उपाय

नीलम धारण करें

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की दशा खराब चल रही है या फिर साढ़ेसाती चल रही है, तो ऐसी स्थिति में ज्योतिष शास्त्र में शनि के रत्न नीलम के बारे में बताया गया है। इन लोगों को नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है। वहीं अगर शनि के गोचर से किसी व्यक्ति के ऊपर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप चल रहा है तो शनि अमावस्या के दिन ज्योतिष की सलाह से नीलम धारण किया जा सकता है। शनिश्चरी अमावस्या इसके लिए बहुत ही खास दिन होता है परंतु ज्योतिष की सलाह के बिना नीलम नहीं धारण करना चाहिए। आपको यह बात जरूर ध्यान रखना होगा।

तेल का दान

यदि किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की महादशा चल रही है तो ऐसी स्थिति में शनिश्चरी अमावस्या के दिन लोहे का बर्तन लीजिए और उसमें सरसों का तेल भरकर उस बर्तन में अपना चेहरा देखना है। इसके बाद आप इस तेल का दान किसी जरूरतमंद व्यक्ति को कर दीजिए। अगर आप इस साधारण से उपाय को करते हैं, तो इससे शनि के प्रभावों को कम किया जा सकता है। इस उपाय से लाभ मिलेगा।

काले कुत्ते को रोटी खिलाएं

शनि के प्रकोप से बचने के लिए एक रोटी पर सरसों का तेल लगाकर इसे काले कुत्ते को खिला दीजिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाया जाए तो इससे शनिदेव बहुत ज्यादा प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति से महादशा का प्रभाव भी कम हो जाता है।

शनि स्त्रोत का पाठ करें

अगर आप शनिवार के दिन शनि के बुरे प्रभावों को कम करना चाहते हैं, तो इसके लिए शनि स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि शनि अमावस्या के दिन शनि स्त्रोत का 11 बार पाठ करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।