प्रेग्नेंट हूँ, बीमार नहीं: 9 महीने की प्रेग्नेंट डॉक्टर कोरोना मरीजों की कर रही हैं सेवा
देशभर के हालात दिन पर दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने सभी लोगों का जीवन पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। संकट की इस घड़ी में लोग किसी ना किसी तरह से परेशान हैं। किसी का रोजगार छिन गया है तो कोई बीमारी के संक्रमण की चपेट में आ चुका है। कुल मिलाकर कोरोना काल में सभी लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं। सबसे ज्यादा वह परिवार परेशान है, जिसके घर के सदस्यों को कोरोना हुआ है। कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इतना ही नहीं बल्कि कोरोना की वजह से बहुत से लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कोरोना की दूसरी लहर ने हर तरफ हाहाकार मचा रखा है। इतनी बड़ी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं कि अस्पतालों में बेड मिलना बहुत कठिन हो जा रहा है। इतना ही नहीं बल्कि ऑक्सीजन की भी भारी कमी है। भले ही मुसीबत किसी एक की नहीं है। सभी लोग कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं। ज्यादातर लोग अपने घरों में बंद रह कर खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो जरूरतमंदों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं।
वैसे देखा जाए तो हीरो आसमान से नहीं आते, बल्कि यही धरती पर हमारे बीच होते हैं। कोरोना की वजह से बहुत से लोग हैं जो एक-दूसरे का साथ छोड़ रहे हैं परंतु आज हम आपको एक ऐसी डॉक्टर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो 9 महीने की गर्भवती होने के बावजूद भी लगातार कोरोना मरीजों की सेवा में जुटी हुई हैं।
जी हां, ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब चन्नप्रीत सिंह मेमोरियल चैरिटेबल अस्पताल में कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए डॉक्टर ऋचा चतरथ ने अपनी तरफ से बड़ा योगदान दिया है। 9 महीने की गर्भवती होने के बावजूद भी उनके अंदर हौसला गजब का है और वह इस अवस्था में भी सेवा में कोई भी कमी नहीं छोड़ रही हैं।
Punjab: A pregnant doctor continues to discharge her duties as the nodal officer at a hospital treating COVID-19 patients in Jalandhar.
“I am taking all precautions & following a good diet. I want to enjoy my pregnancy. I am not sick,” says Dr Richa Chatrath. pic.twitter.com/N52yxbafsP
— ANI (@ANI) May 12, 2021
आपको बता दें कि डॉक्टर ऋचा चतरथ यहां की नोडल अफसर हैं। कोविड मरीजों के लिए डॉक्टर और स्टाफ से तालमेल और दवाइयों से लेकर अन्य प्रकार की सभी आवश्यकताओं का ध्यान रखने की जिम्मेदारी डॉक्टर ऋचा चतरथ ने ली हुई है। उनका ऐसा कहना है कि वह पिछले एक साल में अस्पताल में बतौर फिजियोथैरेपिस्ट सेवाएं प्रदान कर रही थीं। जैसे ही कोरोना वायरस बढ़ने लगी तो अस्पताल में लेवल-1 मरीजों के लिए कोविड सेंटर बनाया गया है पिछले 1 महीने से इसकी तैयारी हो रही थी। हाल ही में इसका शुभारंभ किया गया, जहां पर डॉक्टर ऋचा चतरथ को नोडल अफसर बनाया गया।
आपको बता दें कि सेंटर के चेयरमैन व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया ने बातचीत के दौरान यह कहा था कि “डॉक्टर ऋचा बहुत मेहनती और हिम्मत वाली लड़की हैं। कोविड नियमों का ध्यान रखा जा रहा है और उनको कोरोना संक्रमित मरीजों से दूर रखा गया है। आपको बता दें कि अगले 2 सप्ताह में डॉक्टर रिचा चतरथ की डिलीवरी होने वाली है। उसके बाद वह घर से फोन पर स्टाफ और ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ तालमेल रखेंगी।