नवरात्रि में करें दुर्गा सप्तशती का पाठ, जीवन के दु:ख होंगे दूर, मिलेंगे ये अद्भुत फायदे

नवरात्रि के पवित्र 9 दिनों में मां दुर्गा की साधना विशेष रूप से फलदाई होती है। इन दिनों भक्त भगवती दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अनुष्ठान करते हैं। आपको बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्रि का व्रत 13 अप्रैल से शुरू हो चुका है और 22 अप्रैल को नवरात्रि का समापन होगा। नवरात्री के दिनों मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अनुष्ठान में से दुर्गा सप्तशती का पाठ भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। अगर नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ 9 दिनों तक पूरे विधि-विधान पूर्वक किया जाए तो इससे मां जगदंबे बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों के जीवन की सारी परेशानियां दूर करती हैं।

शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि नवरात्रि के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ सुनना या श्रवण करना बहुत ही शुभ माना जाता है। अगर जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी पीछा नहीं छोड़ रही है या फिर परिवार में किसी ना किसी बात को लेकर परेशानी बनी रहती है तो ऐसी स्थिति में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना और सुनना चाहिए, इससे लाभ मिलता है।

आइए जानते हैं दुर्गा सप्तशती के पाठ के फायदे

1- अक्सर देखा गया है कि लोगों के जीवन में किसी ना किसी प्रकार की परेशानी लगी रहती है। लोग अपने जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए खूब प्रयत्न करते हैं परंतु परेशानियां पीछा नहीं छोड़ती हैं या फिर घर परिवार में किसी ना किसी बात को लेकर तनाव और कलह बना रहता है या फिर हमेशा शत्रुओं की वजह से मन परेशान रहता है, मुकदमे में हार का भय सताता रहता है। ऐसी स्थिति में दुर्गा सप्तशती के प्रथम चरित्र का पाठ करना और सुनना चाहिए। इससे जीवन के इन सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

2. अगर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाए तो मनुष्य को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। घर में वास्तु दोष है तो ऐसी स्थिति में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना बहुत ही फायदेमंद माना गया है। संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का दशांग या षडांग पाठ संसार के चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष देने वाला है। सप्तशती का पाठ करने से प्राणी अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पा सकता है।

3. अगर बेरोजगारी की वजह से परेशान हैं, कर्ज का बोझ अधिक है और कर्ज से मुक्ति पाने का कोई मार्ग नजर नहीं आ रहा है, व्यापार में नुकसान झेलना पड़ रहा है, स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है, घर में अशांति बनी रहती है, परिवार बिखर रहा है अथवा भौतिक सुखों से वंचित लोगों को महालक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए और मध्यम चरित्र का पाठ करना और सुनना चाहिए। अगर दुर्गा सप्तशती के अंतर्गत मध्य चरित्र का पाठ किया जाए तो इससे जीवन की सभी विपत्तियों से छुटकारा मिलता है।

4. दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और घर से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है। जिन लोगों के जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा चल रही है उनको दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करना चाहिए, इससे सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा अगर नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो इससे आपकी सारी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।