खर्राटे लेने की आदत से हो गए हैं परेशान तो ना करें चिंता, इन आसान तरीकों से समस्या होगी दूर

आजकल के समय में बहुत से लोग ऐसे हैं जो खर्राटे लेने की परेशानी का सामना कर रहे हैं। अगर किसी व्यक्ति को खर्राटे लेने की आदत है तो ऐसी स्थिति में घर के सदस्य या पार्टनर काफी परेशान हो जाते हैं। खर्राटों की वजह से हमारे परिवार के सदस्य या पार्टनर की नींद खराब हो जाती है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो खर्राटों को हल्के में ले लेते हैं परंतु यह स्लिप ऐप्निया जैसी डिसऑर्डर या किसी दूसरी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है।

एक्सपोर्ट का ऐसा बताना है कि लॉकडाउन के दौरान लोगों में खर्राटे लेने की आदत बढ़ी है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में ही बंद थे और वह कहीं बाहर नहीं निकल रहे थे, जिसकी वजह से शरीर की गतिविधि बहुत कम हो रही थी। शरीर को जरूरी व्यायाम भी नहीं मिल पा रहा था। इसके अलावा बढ़ते मोटापे के कारण से भी खर्राटे लेने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

अगर आप अभी खर्राटे लेने की समस्या से परेशान है या फिर घर का कोई सदस्य खर्राटे लेता है तो इसके लिए आप कुछ तरीके अपना सकते हैं। इन घरेलू तरीकों को अपनाकर खर्राटों की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

वजन कम करें

आजकल के समय में लोगों की सबसे बड़ी समस्या मोटापा है। बढ़ते वजन की वजह से लोग काफी परेशान रहते हैं। मोटापे के कारण शरीर में बहुत सी बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं। अगर आप अपने वजन को कम करने में सफल हो जाते हैं तो खरा खर्राटों में कमी आ सकती है।

करवट लेकर सोएं

व्यक्ति के सोने का तरीका भी खरा खर्राटों के आने पर निर्भर करता है। अगर कोई व्यक्ति पीठ के बल सोता है तो इस अवस्था में उस व्यक्ति के गले और जीभ पर अधिक दबाव पड़ता है और खराटे आने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप खर्राटों की समस्या को कम करना चाहते हैं तो इसका सबसे सरल उपाय यह है कि आप करवट लेकर सोएं। सोने के तरीके में बदलाव करके आप खर्राटे की समस्या को कम कर सकते हैं, इसके अलावा जीवन शैली में योग को नियमित रूप से अपनाने से आपको लाभ मिलेगा।

मुंह खुल जाने के कारण भी आते हैं खर्राटे

अगर सोते समय मुंह खुल जाता है तो ऐसी स्थिति में सीने में हवा का दबाव बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में मुंह को बंद रखने से खर्राटे कम हो सकते हैं। आप इसके लिए टेप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बाजार में खास किस्म के टेप उपलब्ध हैं।

धूम्रपान ना करें

अगर कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो इसका सीधा प्रभाव फेफड़ों पर पड़ता है। इसके कारण फेफड़ों की क्षमता पर भी विपरीत प्रभाव पड़ने लगता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को सोते समय ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। ऑक्सीजन की कमी के कारण भी शरीर खर्राटे लेता है।

अधिक से अधिक पानी का करें सेवन

अगर शरीर में पानी की कमी होने लगती है तो इसके कारण नाक के रास्ते की नमी सूख जाती है। ऐसी स्थिति में साइनस हवा की गति को श्वास तंत्र में पहुंचने के बीच में सहयोग नहीं कर पाता है और सांस लेने में परेशानी उत्पन्न होने लगती है और खर्राटे की प्रवृत्ति भी बढ़ जाती है। इसलिए आप पूरे दिन में जितना हो सके उतना ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, इससे आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी और खर्राटे की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।