एक ही चिता पर हुआ बुजुर्ग दम्पत्ति का अंतिम संस्कार ,पति के गुजर जाने के कुछ पल बाद ही पत्नी ने भी तोड़ा दम

सोशल मीडिया पर अक्सर ही अजीबोगरीब और दिलचस्प खबरें पढ़ने को और देखने को मिलती है और इसी बीच सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग दंपत्ति की स्टोरी सामने आई है जो की जमकर वायरल हो रही है जिस पर लोग अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं| दरअसल यह मामला छत्तीसगढ़ के मुंगेली इलाके का है जहां पर एक पति के गुजर जाने की महज कुछ घंटे बाद ही उनकी पत्नी ने भी अपने प्राण त्याग दिए और यह दंपत्ति एक ही दिन एक साथ इस दुनिया को अलविदा कह गया|

वहीं इस घटना के बारे में जानने के बाद हर कोई इस बुजुर्ग दंपत्ति के लिए यही कह रहा है कि इनका प्रेम अमर है और आपको बता दें सोशल मीडिया पर बुजुर्ग दंपति की अंतिम संस्कार के दौरान की तस्वीर सामने आते ही जमकर बादल हो गई है | इस तस्वीर को देखने के बाद हर किसी की आंखें नम हो गई और वही लोग इन दोनों के प्रेम को अमर प्रेम बता रहे हैं|

आपको बता दें यह घटना वैलेंटाइन डे से ठीक 1 दिन पहले घटी जिसकी चर्चाएं पूरे इलाके में हो रही है| दरअसल यह मामला मुंगेली इलाके के बस स्टैंड मोहल्ले का है जहां के रहने वाले भूखन लाल केशरवानी 90 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली और इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गए|

वही पति के निधन के बाद उनकी पत्नी राधिका केशरवानी को बड़ा झटका लगा और वह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाई जिसके चलते उन्होंने भी अपने पति के गुजर जाने के बाद अपने प्राण त्याग दिए और पति के पार्थिव शरीर के पास ही उन्होंने भी अपना दम तोड़ दिया| इस बुजुर्ग दंपति की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और इन दोनों का प्यार देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई है|

शादी सात जन्मों का बंधन माना जाता है और अग्नि के सात फेरे लेने के दौरान जो सात वचन दिए जाते हैं उसे पति पत्नी जन्म तक निभाते हैं और इस बुजुर्ग दंपत्ति ने भी शादी के वक्त फेरों के दौरान साथ जीने मरने की कसमें खाई होंगी और अपने इसी कसम को निभाने के चलते इस बुजुर्ग दंपत्ति ने अपने जीवन साथी के साथ जीवन बिताने के बाद एक साथ अपने प्राण भी त्याग दिए| यही वजह है कि पति के गुजर जाने के बाद पत्नी ने भी अपने जीवनसाथी को दिए सात वचन को निभाया और खुद भी अपना दम तोड़ दिया|

वही इनके परिवार वालों ने इस बुजुर्ग दंपत्ति की अंतिम यात्रा भी एक साथ निकाली और इतना ही नहीं अपने बुजुर्ग माता-पिता का अंतिम संस्कार भी इनके बच्चों ने एक साथ ही किया| इस बुजुर्ग दंपत्ति का एक दूसरे के प्रति अटूट प्रेम और समर्पण को देखते हुए इन दोनों के शवों को एक ही चिता पर सजा कर मुखाग्नि दी गई है|

अंतिम संस्कार के बाद यह बुजुर्ग दंपत्ति एक साथ पंचतत्व में विलीन हो गया हालांकि इन दोनों का प्रेम इस दुनिया में अमर हो गया और अभी भी हर तरफ इस बुजुर्ग दंपत्ति की अटूट प्रेम और समर्पण की चर्चाएं चल रही हैं|