मिलिए बाप-बेटे की 5 फेमस जोड़ियों से, जो अलग-अलग फील्ड में कमा रहे हैं नाम

यह बात हर कोई अच्छी तरह से जानता है कि पिता और बेटे के बीच बेहद खास रिश्ता होता है। ऐसा कहा जाता है कि पिता का सबसे करीबी दोस्त उसका बेटा ही होता है लेकिन व्यस्त दिनचर्या की वजह से पिता बेटी एक दूसरे के प्रति अपने प्यार को जाहिर नहीं कर पाते हैं। वैसे देखा जाए तो यह जरूरी नहीं है कि पिता जिस फील्ड में नाम कमा रहे हैं उसी फील्ड में बेटा भी नाम कमाए।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बॉलीवुड के ऐसे बाप-बेटे की मशहूर जोड़ियों के बारे में बताने वाले हैं, जिसमें बेटे ने पिता के करियर को नहीं अपनाया बल्कि अलग फील्ड में नाम रोशन किया। वहीं पिता ने भी बेटे को कभी नहीं रोका।

रणवीर सिंह और जगजीत सिंह

बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता रणवीर सिंह का भला कौन नहीं जानता। इन्होने अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर दर्शकों दिलों में अपने लिए एक खास जगह बनाई है। रणवीर सिंह के पिताजी का नाम जगजीत सिंह है, जो मुंबई के नामी रियलएस्टेट बिजनेसमैन हैं। अगर रणवीर सिंह चाहते थे वह अपने पिता का बिजनेस आसानी से संभाल सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया।

रणवीर सिंह ने एक अलग ही फील्ड में अपना करियर बनाया। वहीं रणवीर सिंह के पिता जी ने भी उन पर कभी दबाव नहीं बनाया था। हमेशा से ही वह रणवीर सिंह के पैशन को सपोर्ट करते आ रहे हैं। फैमिली बिजनेस करने के लिए कभी रणवीर पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। रणवीर सिंह आज अपनी अलग ही पहचान बना चुके हैं। वहीं उनके पिताजी अपने बिजनेस को नई ऊंचाई पर ले जाने में काफी व्यस्त हैं।

अंगद बेदी और बिशन सिंह बेदी

अंगद बेदी एक भारतीय फिल्म अभिनेता और मॉडल हैं, जो बॉलीवुड और टेलीविजन में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पिंक और गुंजन जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा था। अंगद बेदी के पिता जी का नाम बिशन सिंह बेदी है, जिनका क्रिकेट की दुनिया में जाना माना नाम है।

अंगद बेदी के लिए क्रिकेट की फील्ड थोड़ी आसान हो सकती थी और उनके पिताजी भी इस फील्ड में अपने बेटे को गाइड कर सकते थे लेकिन अंगद बेदी ने आसान रास्ता नहीं चुना। उन्होंने अपने दिल की बात सुनी और जो दिल ने कहा उन्होंने वही रास्ता चुन लिया। बिशन सिंह बेदी का अपने फील्ड में अच्छा खासा नाम है। वहीं अंगद बेदी भी एक अलग नाम बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

आयुष्मान खुराना और पी खुराना

आयुष्मान खुराना बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने माने अभिनेता हैं। मौजूदा समय में यह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आयुष्मान खुराना के पिताजी का नाम पी खुराना है, जो पेशे से एस्ट्रोलॉजर हैं और वह अपनी फील्ड का बड़ा नाम हैं। लेकिन आयुष्मान खुराना अपने जीवन में कुछ नया करना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने ऐसे क्षेत्र को चुना, जिसमें वह किसी को नहीं जानते थे।

वहीं पिता ने भी उनको सुरक्षित कैरियर चुनने के लिए रोक टोक नहीं की और आगे बढ़ने के लिए पूरा सपोर्ट किया। पिता ने अपने बेटे को हौसला दिया और पूरा सहयोग किया जिसकी बदौलत आयुष्मान खुराना ने आरजे के तौर पर अपना सफर शुरू कर और आज वह सफल अभिनेता बन चुके हैं।

सैफ अली खान और मंसूर अली खान पटौदी

सैफ अली खान काफी लंबे समय से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। सैफ अली खान का पारिवारिक संबंध नवाबों के खानदान से है। यदि वह चाहते तो सैफ अली खान अपने पुरखों द्वारा बनाए गए शाही राज्य को आगे ले जा सकते थे और उन्हें कुछ विशेष करने की जरूरत भी नहीं पड़ती। मगर सैफ अली खान ने अपने दम पर अपना करियर खड़ा किया है।

सैफ अली खान के पिताजी का नाम मंसूर अली खान पटौदी है जो 21 साल की उम्र में भारतीय टीम के कप्तान बना दिए गए थे। ना जाने कितने लोग उनसे प्रेरणा लेते होंगे। लेकिन बेटे सैफ अली खान ने अभिनय को चुना और उनके पिताजी ने भी उन्हें नहीं रोका। जो सैफ अली खान करना चाहते थे वह उनको करने दिया।

रितेश और विलासराव देशमुख

बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता रितेश देशमुख के पिताजी का नाम विलासराव देशमुख है, जो दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनके दो बेटे धीरज और अमित देशमुख भी राजनीति के क्षेत्र में हैं। मगर रितेश देशमुख ने राजनीति का क्षेत्र छोड़कर अपना अलग ही फील्ड में करियर बनाने का सोचा। उन्होंने फिल्म “तुझे मेरी कसम” के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था। यह फिल्म 2003 में आई थी। इस दौरान पिता की जिम्मेदारी निभाते हुए विलासराव देशमुख ने भी अपने बेटे का पूरा सपोर्ट किया।