साहूकार के क़र्ज़ से तंग आया ये किसान, चैन से जीने के लिए अब ‘किडनी’ बेचने का किया ऐलान

किसान खेती करता है, फसल बोता है, जमीन से अनाज उपजाता है और फिर वही अनाज फिर हम तक पहुँचाता है कुल मिलाकर किसान ही है जो सबको अन्न देता है और इसी कारण सब लोग उससे अन्नदाता के नाम से जानते है. सभी के जीवन में किसान का योगदान महत्वपूर्ण होता है लेकिन किसान को कर्जे, गरीबी का दिन देखना पड़ेगा किसी ने सोचा नहीं था किसान की यह दशा बेहद दुखद है. दरअसल, उत्तरप्रदेश जो की भारत देश का बहुत बड़ा राज्य है वहां के एक किसान को क़र्ज़ से परेशान हो के किडनी बेचने तक का विज्ञापन देना पड़ा है. कर्ज चुकाने के लिए वह अपनी जान मुसीबत में डालने को मजबूर है.

ये बात UP के सहारनपुर में रहने वाले एक किसान राम कुमार की है. किसान राम कुमार बहुत महीनो से साहूकार से ले रखे क़र्ज़ को चुकाने के लिए बहुत परेशान थे उसके लिए उसने बहुत बार बैंको में भी चक्कर लगाए लेकिन कही से भी कोई मदद नहीं मिल पाई और न ही कोई मदद करने को तैयार हुआ. न बैंक वाले लोन देने को तैयार हैं. सब जगह से हार चुके राम कुमार अब अपनी किडनी बेच कर साहूकार का क़र्ज़ चुकाने का सोचा और अपनी किडनी बेचने का ऐलान कर दिया और सोशल मीडिया पर भी यह इश्तिहार डलवा दिया है.

जाहिर सी बात है आजकल लगता है की लोगो में इंसानियत तो बिलकुल भी नहीं रह गई है. जो लोग राम के किडनी बेचने के बारे में परिचित थे, वह भी उसकी मदद के लिए आगे नही आए. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने उसका ऐलान सुन कर किडनी की बोली लगानी शुरू कर दी और उसकी कीमत 1 करोड़ तक पहुंचा दी. जब इन सब बातों का पता पुलिस प्रशाशन को चला तो राम कुमार से मिलने आई और मदद करने का आश्वासन दिया. जिन बैंको ने लोन देने का ना बोला उनके खिलाफ भी मुक़दमा दर्ज़ कर दिया गया.

किसान राम कुमार ने यह भी बताया की PM कौशल विकास योजना के तहत डेरी फार्म की 3 बार ट्रेनिंग लेने के बावजूद उसे पशु पालन के लिए किसी भी बैंक ने लोन नहीं दिया है और लोन देने से मना कर दिया है. आखिरकार उसने गांव के साहूकार से 10 लाख रुपये उधार ले के गांव में पशुपालन का काम चालू किया और वो घाटे में जाते रहे. बैंक वालो के लोन नहीं देने की शिकायत वो हर जगह कर चुके थे और कही से कोई उपाय नहीं मिलने पर उन्होंने किडनी बेचने का फैसला कर लिया था.

हालाँकि, यह तो एक मामला है जो हम सब के सामने आया है ऐसे कई मामले हर साल आते हैं जिनमें किसान अपनी किडनी बेच के उधारी चुकाता है क्योंकि बहुत बार फसल खराब भी होती है . इसके लिए भारत सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए और किसानो की भलाई के लिए योजनाए बनानी चाहिए एक किसान ही है जिसकी वजह से सबको आज अन्न मिल रहा है. किसान की समस्या हम सभी के लिए समस्या है, किसानों की बेहतरी के लिए सभी को प्रयास करने चाहिए.