अस्पताल से नहीं मिली एंबुलेंस, 4 साल की बेटी का शव कंधे पर रख रोते-बिलखते ले गया बेबस पिता, Video वायरल

दुनियाभर से आए दिन कोई न कोई ऐसी खबर निकल कर सामने आ ही जाती हैं, जिसे जानने के बाद हर किसी का मन बेहद दुखी हो जाता है। हम सभी लोग अक्सर कई मामले देखते और सुनते रहते हैं, जो मानवता को शर्मसार कर देते हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के बक्सवाहा (Buxwaha, Madhya Pradesh) से एक मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद आपका मन भी बेहद दुखी हो जाएगा। यहां पर एक बेबस पिता अपनी 4 साल की बेटी के शव को कंधे पर रखकर ले जाने को मजबूर हो गया।

आपको बता दें कि इस मजबूर पिता को अस्पताल से अपनी बेटी के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली और ना ही कोई दूसरा वाहन मिल पाया। ऐसी स्थिति में मजबूर होकर इस शख्स को अपने कंधे पर ही अपनी बेटी के शव को ले जाना पड़ा। इस दिल चीर देने वाली घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

अस्पताल प्रशासन ने मुहैया नहीं करवाई गाड़ी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस घटना के बारे में बताने जा रहे हैं यह 6 जून की बताई जा रही है। बीते सोमवार को राधा नाम की बच्ची बीमार पड़ गई थी। ऐसी स्थिति में इस बच्ची के परिजन बक्सवाहा से 50 किलोमीटर दूर उसे दमोह ले गए। बच्ची के दादा मनसुख अहिरवार के द्वारा ऐसा बताया गया कि बच्ची की मृत्यु अस्पताल में ही हो गई।

जब परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से शव को गांव तक ले जाने के लिए एंबुलेंस या फिर कोई अन्य वाहन की व्यवस्था कराने की बात कही तो अस्पताल प्रशासन परिवार की मदद के लिए सामने नहीं आया। परिजनों का ऐसा बताना है कि जब उन्होंने अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस या कोई अन्य वाहन की व्यवस्था करने को कहा तो अस्पताल प्रशासन की तरफ से परिवार की कोई भी मदद नहीं की गई।

कपड़े से ढककर, प्राइवेट बस से बच्ची को ले गए गांव

बच्ची के दादा मनसुख अहिरवार ने यह बताया कि हमारे पास कोई चारा नहीं था तब हमने बच्ची को कपड़े से लपेटा और बस में बक्सवाहा पहुंच गए। उन्होंने बताया कि उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह प्राइवेट गाड़ी कर सके। वहां बक्सवाहा नगर पंचायत से उन्होंने 5 किलोमीटर दूर अपने गांव जाने के लिए गाड़ी मांगी, लेकिन उनके द्वारा भी कोई सहायता नहीं की गई।

जब उनको किसी से भी मदद नहीं मिली, तब बच्ची के पिता समेत तीन अन्य पुरुष सदस्यों ने शव को कंधे पर रखकर ले जाने का फैसला कर लिया। सोशल मीडिया पर जब इस पूरी घटना का वीडियो वायरल हुआ, तब इस इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना का मालूम चला।

वीडियो वायरल होने के बाद एसडीएम ने दिए जांच के आदेश

जब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो उसके बाद एसडीएम राहुल सिलादिया ने जांच का आदेश दिया। एसडीएम राहुल सिलादिया ने कहा कि जैसे ही इस घटना का पता चला, बक्सवाहा चीफ म्युनिसिपल ऑफिसर से गाड़ी भिजवा दी गई थी।

बताते चलें कि इससे पहले भी देश के अलग-अलग हिस्सों में इसी तरह दिल चीर देने वाली घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मार्च 2022 में छत्तीसगढ़ का एक पिता कथित तौर पर अपनी बेटी के शव को कंधे पर लेकर लगभग 10 किलोमीटर चला। वहीं मार्च 2022 में ही ओडिशा का एक शख्स अपने बेटे को कंधे पर रखकर 1.5 किलोमीटर चलने पर मजबूर हुआ था। यह सवाल सिर्फ प्रशासन पर ही नहीं, समाज की इंसानियत पर भी उठता है। आपकी इस बारे में क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।