देखिए पिता का त्याग! बेटी ले सके ऑनलाइन क्लास इसलिए भरी बारिश में छाता लेकर खड़े रहे पिता

कोरोना महामारी की वजह से देश भर के लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा समय में यह वायरस देशभर के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कोरोना वायरस ने देश की अर्थव्यवस्था को बेहद खराब कर दिया है। लोगों का कामकाज ठप हो गया है, जिसके चलते सभी के सामने आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है। इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई पर भी कोरोना वायरस का काफी गहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। कोरोना वायरस की वजह से स्कूल कॉलेज सब बंद हो गए हैं। घर पर ही बच्चे ऑनलाइन क्लास के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं परंतु ऑनलाइन क्लास अटेंड करना हर किसी बच्चे के लिए इतना आसान नहीं है।

ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके पास इंटरनेट और स्मार्टफोन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में गरीब बच्चों को बहुत से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा गांव वाले इलाकों में जो बच्चे रह रहे हैं, उनके सामने सबसे बड़ी समस्या नेटवर्क की है क्योंकि दूरदराज गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं आते हैं जिसके चलते बच्चे ऊंचे-ऊंचे टीलों पर जाकर नेटवर्क की तलाश कर अपनी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं और अब तो मानसून भी आ गया है जिसके चलते गांव के इलाकों में नेटवर्क की समस्या और अधिक बढ़ गई है

लेकिन जो बच्चा पढ़ना चाहता है वह हर परिस्थिति में अपनी पढ़ाई करता है। किसी ना किसी जुगाड़ के माध्यम से पढ़ने वाला बच्चा अपनी ऑनलाइन क्लास ले रहा हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी तेजी से वायरल हो रही है, जिस तस्वीर में यह देखा जा सकता है कि बारिश में एक पिता छाता लिए खड़ा है और उसके छाते के नीचे उसकी बेटी ऑनलाइन क्लास ले रही है।

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं मां तो अपना प्यार बच्चों को जगा देती है, मां अपनी ममता के लिए जानी जाती है परंतु पिता अपने बच्चों के लिए त्याग के लिए जाना जाता है। भले ही पिता ऊपर से कठोर होता है परंतु अंदर से बहुत नरम होता है, जिसका जीता जागता उदाहरण यह तस्वीर है। जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। आपको बता दें कि यह तस्वीर कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले स्थित सुलिया तालुका के एक गांव से सामने आई है जो सभी लोगों का दिल जीत रही है।

जैसा कि आप लोग इस तस्वीर में देख सकते हैं एक लड़की भारी बारिश में सड़क के किनारे बैठी हुई है और उसके पिताजी अपनी बेटी को बारिश से बचाने के लिए उसके सिर पर छाता ताने खड़े हैं। यह लड़की दसवीं कक्षा में पढ़ती है और यह बारिश में अपनी ऑनलाइन क्लास ले रही है। इस तस्वीर को सुलिया के एक पत्रकार महेश पुच्चपड्डी ने खींचा है। उनका ऐसा कहना है कि यह लड़की हर रोज शाम 4:00 बजे के करीब इसी जगह पढ़ने आती है।

दरअसल, दक्षिण कन्नड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत ज्यादा कमजोर है, जिसके कारण यहां पर पढ़ाई करने वाले बच्चे अपने गांव से 10 किलोमीटर दूर जाकर ऑनलाइन क्लास लेते हैं। यहां पर गांव के मुकाबले इंटरनेट कनेक्शन बेहतर रहता है। मीडिया से बातचीत के दौरान महेश ने यह बताया है कि इन दिनों यहां पर लगातार बारिश हो रही है जिसकी वजह से भारी बारिश में पिता छाता लेकर खड़ा रहता है ताकि उसकी बेटी ऑनलाइन क्लास पूरी कर पाए।