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मिसाल: मां-बाप हुए कोरोना संक्रमित तो अकेला पड़ा 6 महीने का मासूम, महिला पुलिसकर्मी ने रखा बच्चे का ध्यान

कोरोना महामारी का खतरा देशभर पर मंडरा रहा है। कोरोना काल में लोगों को बहुत सी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। रोजाना ही कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि कोरोना की वजह से बहुत से लोगों की जिंदगी भी खत्म हो गई है। कोरोना काल में ऐसी कई खबरें सुनने को मिल रही हैं, जिसको जानने के बाद मन बहुत दुखी हो जाता है। ऐसे कई परिवार हैं जिन्होंने अपने घर के कई सदस्य कोरोना की वजह से खो दिए हैं।

देशभर के लिए कोरोना वायरस बहुत ज्यादा चिंता का विषय बना हुआ है। कोरोना काल में लोग एक-दूसरे की मदद के लिए भी सामने नहीं आ रहे हैं। सभी लोगों के मन में कोरोना का भय बैठ चुका है। अगर किसी घर के सदस्य को कोरोना हो गया है तो उनके परिवार वालों को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना काल में सबसे ज्यादा दिक्कत उन माता-पिता को आ रही है जो संक्रमित हो जाते हैं और उनके छोटे बच्चों की देखभाल करने वाला कोई भी नहीं होता है।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से दिल्ली पुलिस के एक ऐसे मामले के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसको जानने के बाद आप भी तारीफ करेंगे। दरअसल, दिल्ली के एक कपल को कोरोना हो गया था और उनका 6 महीने का मासूम बच्चा भी था, जिसकी देखभाल करने वाला कोई भी नहीं था। ऐसी स्थिति में दिल्ली की महिला कॉन्स्टेबल मदद के लिए सामने आई और उस बच्चे को संभाला।

आपको बता दें कि दिल्ली का यह कपल रेडियो कॉलोनी जीटीबी नगर का रहने वाला है और उसका 6 महीने का बच्चा भी हैं। कपल की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई परंतु 6 महीने के बच्चे की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। जब कपल को कोरोना हो गया तो उनके सामने सबसे बड़ी चिंता उनका 6 महीने का मासूम बच्चा था।

कोरोना संक्रमित होने की वजह से माता-पिता अपने बच्चे की देखभाल नहीं कर सकते थे और उनके मन में यही चिंता सता रही थी कि आखिर उनके बच्चे की देखभाल कौन करेगा। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि कपल ने दिल्ली पुलिस को फोन किया और उनसे मदद की गुहार लगाई थी।

कपल का ऐसा बताना है कि उन्होंने अपने रिश्तेदार को भी फोन किया था। उनके रिश्तेदार यूपी में लगे लॉक डाउन की वजह से दिल्ली नहीं आ पाए थे। ऐसी स्थिति में उन्हें अपने बच्चे की चिंता और अधिक सताने लगी। उनके मन में यही डर बना हुआ था कि कहीं उनके 6 महीने के बच्चे को भी कोरोना ना हो जाए। तब उन्होंने दिल्ली पुलिस से सहायता मांगी। जब इस पूरी घटना की सूचना शाहदरा जिले में तैनात महिला हेड कांस्टेबल राखी को प्राप्त हुई तो उन्होंने इस पर अपने सीनियर अफसरों से बातचीत की थी।

हेड कॉन्स्टेबल राखी ने अपने सीनियर अफसरों से बातचीत करने के बाद कपल से संपर्क किया था और वह बच्चे को अपने साथ लेकर आ गई थीं। हेड कॉन्स्टेबल राखी ने बच्चे के कपड़े, खाना और जरूरत का सभी सामान ले लिया था। राखी ने बच्चे की ठीक प्रकार से देखभाल की। बच्चे को अच्छी तरीके से खिलाया-पिलाया और सुरक्षित उसके दादा-दादी के पास मोदीनगर में पहुंचा दिया।

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