अपनी ही स्टूडेंट के प्यार में दीवानी हुई महिला टीचर, जेंडर बदलकर कर ली शादी, देखें तस्वीरें

प्यार एक ऐसा खूबसूरत एहसास है, जिसे सिर्फ प्यार करने वाला ही समझ सकता है। प्यार में इतनी शक्ति है कि यह हमारे जीवन को भी सुंदर बना सकता है। प्यार एक ऐसा जज्बा है, जिसके लिए हम सब तरसते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जब किसी को प्यार हो जाता है, तो वह अपने प्यार को पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है। हम सभी लोग लोगों ने प्यार से जुड़ी हुई कई किस्से-कहानियां सुनी होंगी, लेकिन आज हम आपको प्यार की जिस कहानी के बारे में बता रहे हैं वह सबसे अलग है।

दरअसल, राजस्थान के भरतपुर से प्यार की एक ऐसी कहानी सामने आई है, जहां पर प्यार के खातिर एक महिला टीचर ने अपना जेंडर चेंज करा लिया। जी हां, एक महिला टीचर ने स्कूल की छात्रा से शादी करने के लिए सर्जरी करा ली। इसके बाद जेंडर बदलकर अपनी प्रेमिका से शादी रचाई। अब इस अजब प्रेम की गजब कहानी की चर्चा लोगों की जुबान पर है। हर कोई इस शादी की बातें कर रहा है।

प्यार को पाने के लिए करवा लिया जेंडर चेंज

दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग तहसील से सामने आया है। वहां के राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला मोती में शारीरिक शिक्षक मीरा कुंतल जेंडर चेंज कराकर लड़का बन गई हैं। अब वह मीरा से आरव बन गई है। मोहल्ले से लेकर रिश्तेदार तक उसे अब मीरा नहीं आरव कुंतल के नाम से बुलाते हैं। मीरा पैदा तो लड़की के रूप में हुई थी लेकिन उसके हाव-भाव लड़को जैसे थे। उसका पहनावा भी लड़कों जैसा ही था।

मीरा ने अपनी पहचान बदलने का फैसला लिया और अपना जेंडर चेंज कराने के लिए दिल्ली के एक हॉस्पिटल से संपर्क किया। 25 दिसंबर 2019 से जेंडर चेंज की सर्जरी शुरू हुई और 2021 तक चली। जब सर्जरी पूरी हो गई तो मीरा अब आरव बन गई है। इन 3 सालों के दौरान मीरा की स्टूडेंट कल्पना ने उसका भरपूर साथ दिया और पूरा ख्याल रखा।

दोनों ने कर ली शादी

आपको बता दें कि पहले दोनों में दोस्ती हो गई थी और फिर दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। जब मीरा ने अपना जेंडर चेंज करा लिया तब उसके बाद प्यार और ज्यादा परवान चढ़ गया। दोनों ने अपने इस रिश्ते को नाम देने का निर्णय ले लिया। हाल ही में 4 नवंबर को कल्पना और आरव ने शादी रचाई। पूरे रीति-रिवाज से शादी के सात फेरे लेकर दोनों एक दूजे के हो गए। आरव के पिता वीर सिंह का बताना है कि मीरा उनकी चार बेटियों में सबसे छोटी थी। बचपन से ही उसका स्वभाव अन्य बहनों से अलग था।

मीरा नेशनल लेवल की प्लेयर रही हैं। हॉकी और क्रिकेट दोनों में हाथ आजमा चुकी हैं। नगला मोती विद्यालय में शारीरिक शिक्षक हैं। मीरा यानी आरव ने अपनी नई पहचान हासिल की है। आरव को अब उनकी बहने भी भाई जैसा प्यार देती हैं और उसे राखी बांधती हैं। भांजे मामा कहकर अपना प्यार लुटाते हैं। आरव को अपना जीवनसाथी चुनने वाली कल्पना भी कबड्डी की होनहार खिलाड़ी हैं।