क्या त्वचा पर दिखने लगे हैं बढ़ती उम्र के लक्षण? तो ना करें चिंता, यहां जानिए इन्हें दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय

अपने चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के लिए लोग नए-नए तरीके अपनाते हैं। हर कोई यही चाहता है कि उनका चेहरा हमेशा सुंदर और जवां बना रहे परंतु हमेशा चेहरे की सुंदरता बरकरार रहे यह संभव नहीं हो सकता। समय के साथ-साथ चेहरे पर बढ़ती उम्र के लक्षण नजर ही आने लगते हैं। अक्सर देखा गया है कि जब उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षण नजर आते हैं तो लोग काफी परेशान हो जाते हैं और इनको कम करने के लिए कोई ना कोई उपाय ढूंढते रहते हैं। बहुत से लोग ऐसे हैं जो इन लक्षणों को रोकने के लिए कभी-कभी सर्जरी का भी इस्तेमाल करते हैं वहीं दवाइयों की भी सहायता लेते हैं परंतु बढ़ती उम्र के इन लक्षणों को रोक पाना इतना आसान नहीं होता है।

अगर आपकी त्वचा पर भी उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षण नजर आ रहे हैं तो आपकी इस समस्या का आयुर्वेद में इलाज बताया गया है। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी बूटियां मौजूद हैं जो बढ़ती उम्र की प्रक्रिया को धीरे कर सकती है। सफेद बाल, झुर्रियां, आंखों के नीचे काले घेरे आदि बढ़ती उम्र के लक्षण होते हैं। इन सभी के पीछे एक बहुत बड़ा कारण होता है वह है खराब जीवनशैली और और असंतुलित आहार। अगर आप आयुर्वेद में बताए गए कुछ आसान उपाय करते हैं तो अपनी इस परेशानी से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर किन आयुर्वेद उपायों से बढ़ती उम्र की गति को कम किया जा सकता है।

एलोवेरा से त्वचा संबंधित परेशानियां होंगी दूर

एलोवेरा में त्वचा से संबंधित बहुत सी बीमारियों को कम करने के गुण मौजूद होते हैं। एलोवेरा का रस त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद माना गया है। आपको बता दें कि एलोवेरा की तासीर ठंडी होती है। अगर इसका सेवन किया जाए तो इससे शरीर की गर्मी बाहर निकल जाती है। अगर एलोवेरा का रस या गुदा का इस्तेमाल त्वचा पर की जाए तो इससे लटकी त्वचा में कसाव आता है। एलोवेरा के रस का प्रयोग करने से मुंहासे, सूजन, एलर्जी आदि की समस्या दूर हो जाती है।

नीम से बढ़ती उम्र को रोकने में मिलेगी मदद

नीम में बहुत से गुण मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारी त्वचा के लिए भी बहुत ही फायदेमंद माने गए हैं। नीम को प्राकृतिक त्वचा रोगी और प्राकृतिक एंटीसेप्टिक माना जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से नीम को बुढ़ापा विरोधी दवा के रूप में भी देखा जाता है। अगर आप रोजाना खाली पेट नीम का सेवन करते हैं तो इससे आपका रक्त साफ होता है इतना ही नहीं बल्कि नीम का सेवन करने से उम्र रोकने में भी सहायता मिलती है।

गुलाब जल का इस्तेमाल करें

त्वचा के लिए गुलाब जल बहुत ही अच्छा माना जाता है। गुलाब जल के अंदर विटामिन सी मौजूद होता है जो त्वचा के लिए फायदेमंद माना गया है। अगर आप अपनी त्वचा को चमकदार बनाना चाहती हैं। चेहरे की रंगत बढ़ाना चाहती हैं और एलर्जी से छुटकारा पाना चाहती हैं तो ऐसी स्थिति में गुलाब जल का इस्तेमाल कर सकती हैं। आप गुलाब जल सिरप को एक गिलास पानी में मिलाकर खाली पेट सेवन कीजिए इससे आपको लाभ मिलेगा।

चंदन से उम्र बढ़ने के लक्षणों को रोका जा सकता है

चंदन में बहुत से गुण पाए जाते हैं। इसके अंदर एंटी-टॉक्सिन के साथ-साथ जवां बनाए रखने वाले गुण भी मौजूद होते हैं। अगर चंदन का प्रयोग किया जाए तो इससे त्वचा से जुड़ी हुई कई परेशानियां दूर होती है। चेहरे का कालापन, खुजली, एलर्जी, खुदरापन आदि समस्याओं को आप चंदन के इस्तेमाल से दूर कर सकते हैं। अगर आप चंदन के तेल को नारियल के तेल के साथ मिलाकर मालिश करते हैं तो इससे अधिक लाभ मिलता है। इस प्रकार से प्रयोग करने से बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने में सहायता मिलती है।