10 साल बाद पैदा हुई बेटी तो इस अनोखे ढंग से मनाई खुशी, पिता ने पोस्टर लगाकर बुलाए लोग और 4000 गोलगप्पे मुफ्त खिलाए

मौजूदा समय में लड़का और लड़की में कोई भी फर्क नहीं है। आजकल लड़कों से ज्यादा लड़कियां आगे बढ़ रही हैं। लड़कियों ने हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त की है। जिस क्षेत्र में कभी भी लड़कियां नहीं गई थीं, उस क्षेत्र में भी लड़कियां सफलता प्राप्त कर रही हैं। लेकिन इसके बावजूद भी दुनिया में ऐसे लोग भी रहते हैं, जो बेटा और बेटी में फर्क समझते हैं। जब घर में बेटी का जन्म होता है, तो कुछ लोग खुशी मनाने की जगह दुखी हो जाते हैं।

वहीं बेटियों को गर्भ में ही मार देने का क्रम भी बढ़ता जा रहा है, जिसे रोकने के लिए ना जाने कितने प्रयास किए गए। सरकार से लेकर समाजसेवी लोगों ने अनेक तरह से जागरूकता फैलाई। इसका असर भी देखने को मिला लेकिन पिछले कुछ समय से जिस प्रकार लोग बेटी पैदा होने पर खुशी मना रहे हैं, उसे देख ऐसा लग रहा है कि बेटियों को लेकर समाज की सोच में बदलाव आना शुरू हो गया है।

सच तो यह है कि देश की बेटियां विकास की ओर बढ़ चढ़कर देश के मान-सम्मान को ऊंचा उठा रही हैं। इसलिए बेटी हमारे घर की अनमोल परी हैं। बेटी के बिना हमारे घर का आंगन सूना सूना लगता है। बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं। बेटियां बोझ नहीं होती हैं। अब समाज में लोगों का जहन बदल रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश के एक शख्स को बेटी पैदा होने पर ऐसी खुशी मिली कि उसने बेटी पैदा होने की खुशी में लोगों को फ्री में 4000 पानी पुरी खिलाई।

बेटी पैदा होने की खुशी में खिलाए 4000 गोलगप्पे

दरअसल, आज हम आपको जिस खबर के बारे में बता रहे हैं यह मध्य प्रदेश से सामने आया है। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा का यह शख्स गोलगप्पे बेचने का काम करता है। जब शख्स के घर में बेटी पैदा हुई, तो उसे इतनी ज्यादा खुशी हुई कि वह एक दिन के लिए अपने काम का नफा-नुकसान तक भूल गया। बेटी पैदा होने की खुशी में लोगों को फ्री में 4000 प्लेट गोलगप्पे खिलाए। अपनी खुशी जाहिर करते हुए इस गोलगप्पे वाले ने अपने ठेले पर फ्री पानी पूरी खाने का पोस्टर भी लगाया, जिसके बाद उसके ठेले पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक की भीड़ इकट्ठी हो गई।

हम आपको बेटी के जन्म पर लोगों को मुफ्त गोलगप्पे खिलाने वाले जिस शख्स के बारे में बता रहे हैं, उनका नाम संजीत चंद्रवंशी है, जो छिंदवाड़ा के रहने वाले हैं। संजीत रोजाना पोला ग्राउंड के पास गोलगप्पे का ठेला लगाते हैं। उनकी रोजाना की 2000 पानी पुरी की सेल है लेकिन बेटी पैदा होने की खुशी में उन्होंने लोगों को 4000 गोलगप्पे मुफ्त में खिलाया।

10 साल बाद परिवार में बेटी का हुआ जन्म

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोलगप्पे बेचने वाले संजीत चंद्रवंशी तीन भाई हैं और सभी की शादी हो गई है। सभी की संताने हैं। लेकिन पिछले 10 साल से किसी के घर में बेटी का जन्म नहीं हुआ। सालों बाद जब घर में बेटी पैदा हुई तो संजीत ने अपनी खुशी जाहिर करने के लिए लोगों को मुफ्त में गोलगप्पे खिलाने का फैसला किया, जो भी लोग गोलगप्पे खाने के लिए आए थे उन्होंने संजीत के इस काम की खूब तारीफ की।

वहां पर मौजूद लोगों ने कहा कि आज के समय में बेटियों को बोझ समझा जाता है लेकिन संजीत फ्री में गोलगप्पे खिला रहे हैं। यह बहुत गर्व की बात है। इससे लोगों के मन में बेटी के प्रति सम्मान बढ़ेगा। हर कोई संजीत के द्वारा किए गए इस काम की तारीफ करता हुआ नहीं थका।