एयर इंडिया के बाद भारत का ये बड़ा बैंक बिकने के लिए हुआ तैयार, जानिए क्या है सरकार की प्लानिंग?

जैसा कि हम सब जानते ही हैं कि पिछले कुछ समय पहले ही एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री हुई थी. वहीं अब ताजा खबरों की मानें तो देश का सबसे नामी गिरामी बैंक भी बिकने की कगार पर आ गया है. यह बैंक कोई और नहीं बल्कि आईडीबीआई बैंक है जिस को बेचने की तैयारी में सरकार लग चुकी है. इस बैंक की बिक्री के लिए वर्तमान में केंद्र सरकार ने कुछ रोड शोज़ यानी कि ओपन ऑफर का आयोजन किया है. इस बात की जानकारी बीते सोमवार को संसद में दी गई थी. इस दौरान लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने बताया कि, ‘ ईओआई यानि कि रुचि की अभिव्यक्ति जारी करने से पहले इन्वेस्टर्स की रूचि का आकलन किया जाएगा जिसके लिए रोड शोज का आयोजन किया जा रहा है.’

क्या है सरकार की प्लानिंग?

हाल ही में आई खबरों की माने तो सरकार ने इस बैंक में अपनी हीसेदारी की बिक्री के लिए पूरी प्लानिंग कर ली है और इसके लिए उन्होंने रूचि पत्र आमंत्रित करने की योजना भी बना ली है. वही शेयर मार्केट यानी एनएसई पर बीते दिनों IDBI बैंक के शेयर 4.43% से बढ़कर 44.75 रुपये पर जा कर रुके.

अपनी हिस्सेदारी को बेचेगी सरकार

बताया जा रहा है कि इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने के लिए सरकार प्रबंधन नियंत्रण के साथ-साथ आईडीबीआई बैंक की अपनी 26% हिस्सेदारी को बेचने का विचार बना रही है. इस बिक्री के बाद सरकार अपने पूरे हिस्सेदारी को बेचने का भी विचार कर सकती है. गौरतलब है कि बीते वर्ष आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने आईडीबीआई बैंक में प्रबंधन नियंत्रण और रणनीति विनिवेश के हस्तांतरण के लिए हामी भरी थी.

किसके पास है कितने प्रतिशत हिस्सेदारी?

जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल एलआईसी और सरकार के पास आईडीबीआई बैंक की लगभग 94% की हिस्सेदारी है. इस हिस्सेदारी में से सरकार का बैंक की इक्विटी में कुल 45.48% हिस्सा है. जबकि एलआईसी के पास वर्तमान समय मे आईडीबीआई की 49.24% की हिस्सेदारी मौजूद है. इसके अलावा अन्य गैर प्रवर्तको के पास इसकी शेयर धारिता केवल 5.29% ही है. ऐसे में सरकार अब अपने हिस्से में से कुछ हिस्सा बेचने के लिए तैयार हो गयी है और रोड शोज़ का आयोजन करने में जुट चुकी है. बताते चले कि इससे पहले भारत की मशहूर एयरलाइन यानि कि एयर इंडिया की बिक्री भी की गई थी जोकि उस समय की काफी चर्चित बिक्री भी साबित हुई थी. ऐसे में अब देखना यह होगा कि आईडीबीआई की हिस्सेदारी अब किसके पास जाती है.