दूल्हे ने लौटाए दहेज में मिले 11 लाख और गहने, शगुन में सिर्फ 1 रुपए लेकर की शादी, लोग कर रहे हैं तारीफ

वर्तमान समय में दहेज प्रथा समाज का कलंक बन गई है। दहेज प्रथा की वजह से ही माता-पिता अपनी बेटियों को बोझ समझने लगे हैं। आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जो बेटे की चाहत रखते हैं। बेटे को ही खुशियों का खजाना मानते हैं। जब भी किसी गरीब या मध्यम वर्गीय परिवार में बेटी का जन्म होता है तो माता-पिता की चिंता बढ़ जाती है। उनके मन में यही चिंता सताती रहती है कि उनकी बेटी के लिए योग्य वर मिलेगा या नहीं? ससुराल में सुखी रहेगी या नहीं? लेकिन सबसे बड़ी चिंता माता-पिता को अपनी बेटी के दहेज की रहती है।

वैसे देखा जाए तो भारतीय समाज में सदियों से दहेज एक भयानक बीमारी की तरह फैल रहा है। ज्यादातर देखा गया है कि लड़के वालों की तरफ से दहेज की भारी मांग होती है। वहीं कई जगह लड़की वाले अपनी प्रतिष्ठा समझकर भी दहेज देते हैं। लेकिन सच तो यह है कि लड़की के सुख के लिए दिए जाने वाले इस दान-दहेज ने देखते ही देखते लालच का रूप ले लिया है और इसी लालच की आग में ना जाने कितनी बेगुनाह लड़कियों की जान तक चली गई है।

लोग अक्सर दहेज के लिए एक-एक रुपए के लिए लड़ते झगड़ते रहते हैं परंतु ऐसा नहीं है कि सभी लोग एक जैसे होते हैं। आज हम आपको उत्तर प्रदेश से सामने आए एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि दहेज को लेकर लोगों की सोच बदल रही है। जी हां, मुजफ्फरनगर जिले में एक दूल्हे ने अन्य लोगों के लिए शानदार मिसाल पेश की है। दूल्हे ने लड़की के माता-पिता से दहेज में मिले 11 लाख रुपए और गहने लौटा दिए। साथ ही शगुन के तौर पर ₹1 स्वीकार किया।

दूल्हे ने लौटाया लाखों का दहेज

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं शादियों में हर साल फिजूलखर्ची और दहेज लेन-देन का सिलसिला बढ़ रहा है। ऐसे माहौल में समाज को आईना दिखाते हुए मुजफ्फरनगर जिले में एक दूल्हे ने दहेज में मिले 11 लाख रुपए और आभूषण लौटाकर नई मिसाल पेश की है। एक रुपए में शादी रचाई तो घराती और बारातियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। हर किसी ने दूल्हे की सराहना की।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय ग्रामीण अमरपाल ने बताया कि यह मिसाल पेश करने वाले दूल्हे का नाम सौरभ चौहान है। सौरभ ने शुक्रवार को लड़की के माता-पिता को 11 लाख रुपए नगद और गहने सहित दहेज लौटा दिया और शादी समारोह के दौरान मात्र ₹1 शगुन के तौर स्वीकार किया।

मात्र एक रुपये में की शादी

अमरपाल ने बताया कि दूल्हा सौरव चौहान लेखपाल है। जबकि दुल्हन प्रिंसी जिले के लखन गांव के सेना के सेवानिवृत्त जवान की बेटी है। शुक्रवार शाम बारात मुजफ्फरनगर से लखन गांव गई थी। सौरभ चौहान ने इस कदम की समाज के विभिन्न वर्गों ने प्रशंसा की है। गांव के अमरपाल ने यह बताया कि दूल्हे ने जो कदम उठाया है, वह दूसरों के लिए मिसाल है। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि यह एक ऐसा कदम है जिसकी तारीफ की जानी चाहिए। शादी-विवाह में फिजूलखर्ची पर हर हाल में रोक लगानी चाहिए। सौरभ चौहान ने अपने इस सराहनीय कदम से समाज को एक नई सोच दी है और अब उनके इस प्रयास की हर तरफ खूब तारीफ हो रही है।

वहीं दूल्हे के इस फैसले से दुल्हन परिवार भी बहुत ज्यादा खुश है और लड़के की सोच की तारीफ कर रहा है। दुल्हन के ताऊ डॉक्टर रविंद्र सिंह के द्वारा ऐसा कहा गया कि दूल्हे ने समाज को नई दिशा देने का काम किया है। बिना कोई दहेज लिए एक रुपए में शादी की। जो लोग शादियों में फिजूलखर्ची करते हैं, उन्हें भी सौरभ से प्रेरणा लेनी चाहिए।