8 साल से सिक्के जमा कर रहा था दिहाड़ी मजदूर, सिक्कों से स्कूटी खरीद पूरा किया बरसों पुराना सपना

सपने तो हर कोई इंसान देखता है परंतु सभी के सपने सच हो जाएं इसके बारे में बता पाना बहुत ही मुश्किल है। अगर अपने सपनों को साकार करना है, तो इसके लिए जीवन में निरंतर कोशिश करते रहना चाहिए और मार्ग में आने वाले सभी उतार-चढ़ाव का सामना करना बहुत ही जरूरी है। जो अपने जीवन की कठिनाइयों को पार करते हुए लगातार कोशिश करता रहता है, उसका सपना जरूर साकार होता है।

वैसे देखा जाए तो कुछ सपने ऐसे होते हैं, जो आसानी से पूरे हो जाते हैं परंतु कुछ सपने ऐसे भी होते हैं जिन्हें पूरा करने में सालों लग जाते हैं और इसके लिए बहुत धैर्य रखने की आवश्यकता होती है। इसी धैर्य और संयम का परिचय देते हुए एक बिहारी मजदूर ने अपने लिए एक बड़ी पूंजी जमा करके अपने सपनों को साकार किया।

जी हां, गुवाहाटी के रहने वाले इस दिहाड़ी मजदूर का नाम उपेन रॉय है, जिन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास किया और उन्हें आखिर में सफलता मिल ही गई। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले इस शख्स ने 8 साल तक एक-एक सिक्के को जमा करके आखिर में इस जमा पूंजी से उसने अपने स्कूटर खरीदने के सपने को पूरा कर लिया।

दिहाड़ी मजदूर का बरसों पुराना सपना हुआ पूरा

आपको बता दें कि राजधानी गुवाहाटी के बोरागांव इलाके में रहने वाले दिहाड़ी मजदूर उपेन रॉय का सपना एक टू-व्हीलर खरीदना था, जिसके लिए उन्होंने 1 रुपए, 2 रुपए, 5 रुपए और 10 रुपए के सिक्कों को गुल्लक में जमा करना शुरू किया। पैसे जमा करते-करते कई साल तो जरूर बीत गए परंतु आखिर में वह अपने सपने को पूरा करने में सफल हो गया।

उपेन रॉय ने अपनी ड्रीम बाइक खरीदने के लिए साल 2014 से ही गुल्लक में 1 रुपए, 2 रुपए, 5 रुपए और 10 रुपए के सिक्के जमा कर रहा था। जब उसने गुल्लक के पैसे निकालकर गिने तो वह कुल मिलाकर 1.5 लाख रुपए हुए।

पत्नी के साथ पहुंचा शोरूम

उपेन रॉय ने 8 सालों से अपने सपने को पूरा करने के लिए सिक्के इकट्ठे किए और वह अपनी ड्रीम बाइक खरीदने पत्नी के साथ शोरूम पहुंचा। उपेन रॉय ने फटाफट सिक्के लिए और वह नजदीकी शोरूम में पहुंच गया। इसके बाद उसने 90 हजार रुपए में स्कूटी खरीद कर अपने बरसों पुराने सपने को साकार किया। जब उसका ड्रीम बाइक खरीदने का सपना साकार हुआ, तो उसके बाद उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। उन्हें इतनी ज्यादा खुशी हुई कि उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े।

उपेन रॉय ने कहा कि “टू-व्हीलर खरीदना मेरा सपना था। इसके लिए मैंने 2014 से सिक्के जमा करना शुरू किया। आज मैंने उन्हें गिना तो पता चला कि टू-व्हीलर खरीदने लायक पैसे जमा हो गए हैं। इसके बाद मैं टू-व्हीलर खरीदने निकल पड़ा। मैं बहुत खुश हूं कि टू-व्हीलर खरीदने का मेरा सपना आखिर में पूरा हो गया है।

वहीं टू-व्हीलर शोरूम के डीलर मनीष पोद्दार ने इस विषय में बात करते हुए यह बताया कि “जब शोरूम के मालिक ने देखा कि एक कस्टमर सिक्कों का जखीरा लेकर टू-व्हीलर खरीदने आया है, तो वह हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने अपने बैंक से संपर्क किया और पूछा कि क्या वह इतने बड़े अमाउंट में सिक्के स्वीकार कर सकते हैं। बैंक ने इससे मना कर दिया।”

हालांकि, शोरूम मालिक इससे निराश नहीं हुए और उन्होंने कुछ वेंडर्स और दुकानदारों से सिक्के एक्सचेंज करने की बात की। शोरूम के चार कर्मचारियों को सिक्के गिनने में करीब 2 घंटे लगे। आखिर में उपेन रॉय को उनकी ड्रीम बाइक मिल गई और शोरूम ने उन्हें सम्मानित भी किया। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं और लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं।