हाथरस केस में DM का विडियो हुआ वायरल, परिजनों से बोले- बयान बदलना है या नहीं…

उत्तर प्रदेश: आज के मॉडर्न काल में भले ही बेटियां बेटों से किसी मामले में पीछे नहीं रही हैं. लेकिन इसके बावजूद भी देश की कोई बेटी या बहु सुरक्षित नहीं है. घर से बाहर निकलते ही ना जाने कितनी गंदी नज़रें हर महिला व् लड़की को घेरती हैं. शायद यही कारण है जो देश में निर्भय जैसी लड़कियां आज भी बलात्कारियों के हत्थे चढ़ रही हैं. बीते दिनों यूपी के हाथरस में 19 साल की दलित युवती के साथ हुए गैंगरेप ने पूरे देश को एक बार फिर से झकझोर कर रख दिया है. जहाँ हर कोई इस केस में इंसाफ की गुहार लगा रहा है, तो वहीँ केस के साथ राजनीति भी जुड़ती चली जा रही है.

हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी को हाथरस जाने से रोक दिया गया है. इसके बाद राहुल गाँधी को ग्रेटर नोएडा में हिरासत में लेने के बाद आख़िरकार अब वापिस छोड़ा गया है. बता दें कि देशभर में पीडिता के लिए इंसाफ के नारे लगाए जा रहे हैं. हर कोई कानून से न्याय की उम्मीद में बैठा है. इस बीच एक विडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल होता देखने को मिल रहा है. यह विडियो कोई और नहीं बल्कि इसी केस से जुड़े डीएम का विडियो है. इस विडियो में डीएम पीडिता के परिजनों से बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं. विडियो में आप उन्हें कहते सुनेंगे कि, “आधे मीडिया वाले जा चुके हैं आधे कल सुबह तक चले जाएंगे, हम आपके साथ यहीं रहेंगे. अब आप देख लो आपको ब्यान बदलना है या फिर नहीं बदलना है. आप अपनी विश्वसनीयता कम मत कीजिए.”

हालाँकि दावा किया जा रहा था कि यह विडियो जी न्यूज़ ने लीक किया है लेकिन इस बात की अभी साफ़ तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है. दूसरी तरफ हाथरस पीडिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ चुकी है. अस्पताल प्रशासन के अनुसार उनकी इस रिपोर्ट में रेप का कोई नामों-निशान नहीं है. रिपोर्ट में पीडिता की गर्दन पर चोट के निशान हैं साथ ही रीढ़ की हड्डियाँ भी टूटी बताई जा रही हैं. कहा जा रहा है कि पीडिता को हार्ट अटैक आया था साथ ही ब्लड का इन्फेक्शन भी हो गया था. ऐसे में उसका निधन 29 सितंबर की सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर हुआ है. वहीँ अभी इस केस में फॉरेंसिक रिपोर्ट का आना बाकी है.

बता दें कि घटना 14 सितंबर की है. जहाँ यूपी के हाथरस के चंदपा क्षेत्र के एक गाँव की रहने वाली 19 वर्षीय लड्क्की के साथ 4 लोगों द्वारा गैंगरेप करके उसके साथ क्रूरता बरती गई थी. घटना के बाद पहले पीडिता को अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज भर्ती करवाया गया था और फिर हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफ़दरजंग ,ले जाया गया था. यहीं पर मंगलवार को सुबह उसने दम तोड़ दिया था.