चिराग पासवान के आलिशान महल में मौजूद है दादा की प्रतिमा और पिता की तस्वीरें, देखिए अंदर ऐसे कैसा है उनका आशियाना

देश की चर्चित राजनीति पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के प्रेसीडेंट चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान के देहांत के बाद अपनी पार्टी औऱ परिवार दोनों जगह की जिम्मेदारी का निर्वाह रहे हैं. आपको बता दें कि चिराग पासवान की एक सगी बहन हैं और दो सौतेली बहन है. हालाँकि तीनों बहनों की शादी हो गई है. दरअसल चिराग अपनी मां के साथ पटना वाले घर में रहते हैं. अध्यक्ष चिराग पासवान का दिल्ली में भी घर बना हुआ है. मशहूर दिवंगत नेता रामविलास पासवान औऱ चिराग पासवान के कई सोशल मीडिया पोस्ट्स से उनके घर के अंदर की फोटोज दिखाई देती हैं. चलिए आज आपको दिखाते है कि अंदर से चिराग पासवान का घर कैसा बना हुआ है:

आपको बता दें कि घर के अंदर ही राम विलास पासवान ने अपने पिता की मूर्ति लगवा रखी थी. दरअसल अपने दादा की पुणय तिथि पर चिराग पूरे परिवार के साथ यहीं श्रद्धांजलि देते हुए नजर आते हैं. घर के अंदर जगह-जगह पर परिवार के सदस्यों की फोटोज लगी हुई देखी गई हैं. दीवारों पर घर के सदस्यों की तस्वीरें लगी हुई हैं.

दरअसल चिराग पासवान के घर की बैठक काफी बढ़िया दिखाई देती है. वहीं इस बैठक के बीचों-बीच राम विलास पासवान की तस्वीर लगा रखी है. इसी फोटो के नीचे बैठ पिता पुत्र राजनीतिक चर्चा करते भी नजर आ रहे हैं.

यहाँ जानकारी के लिए बता दें कि राम विलास पासवान ने दो शादियां रचाई थी. पहली पत्नी का नाम राजकुमारी देवी है. राजकुमारी देवी से उनकी दो बेटियो का जन्म हुआ था. वहीं फिर बाद में रामविलास पासवान ने राजकुमारी देवी को तलाक दे दिया था और रीना से शादी कर ली थी.

गौरतलब है कि चिराग पासवान राम विलास पासवान औऱ रीना पासवान के ही बेटे हैं. 8 अक्टूबर 2020 को राम विलास पासवान का देहांत हो गया था. वह 74 वर्ष के थे. रामविलास पासवान कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे है.

फिलहाल चिराग लोक जनशक्ति पार्टी की कमान संभाल रहे हैं लेकिन अभी पार्टी में उथल पुथल का दौर चल रहा है.

आपको बता दें कि हाल ही में लोक जनशक्ति पार्टी से चिराग पासवान को हटाने के लिए कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ताओ ने प्रयास किया था और उसी सिलसिले में अब चिराग पासवान काफी चर्चा में बने हुए हैं. हालाँकि चिराग पासवान को पार्टी से निकालना इतना आसान नहीं है क्योंकि चिराग एक युवा व जाने माने नेता हैं जिन्हें लाखों लोग सपोर्ट करते है. अपने पिता के निधन के बाद से चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी का नेतृत्व कर रहे है.