अपने बच्चों की भारत में ही परवरिश चाहती थीं माधुरी दीक्षित, ये थी बड़ी वजह

बॉलीवुड की सबसे हिट हीरोइन की लिस्ट में माधुरी दीक्षित का जिक्र सबसे ऊपर किया जाता है. माधुरी का फिल्मी सफर काफ़ी हिट रहा है. माधुरी आज भी लाखो दिलों कि धड़कन है. बता दे की माधुरी पूरी तरह से सेटल्ड है और उनके दो बेटे हैं आरिन और रायन. वे आज भी रिएलिटी शो का हिस्सा बनी रहती है. अपने काम और परिवार को संभालना वह बखूबी जानती है. बता दे की उनकी शादी के बाद माधुरी 12 साल तक डेनवेर में रहीं और वहीं अपने बच्चो को जन्म भी दिया. इसके बाद वह अपने बच्चो के पालन पोषण के लिए भारत लौट आई थी.

बता दे कि माधुरी ने डेनवर में करीब 12 साल बिताए और वहां पर उन्‍होंने अपने पति और बच्‍चों के साथ खूब एंजॉय किया. वहा में मीडिया की नज़रों से दूर थी और खुलकर आज़ादी से जीती थी. माधुरी अपने बच्‍चों के साथ पार्क में जाया करती थी और खूब मजे करती थीं. एक इंटरव्‍यू में माधुरी से पूछा गया कि अगर उन्‍हें डेनवर में और ज्‍यादा समय तक रूकना पड़ता तो? माधुरी ने इस पर जवाब दिया कि अगर वो और ज्‍यादा यूएसए में रूकती तो उनके बच्‍चे पश्चिमी संस्कृति को अपना लेते और भारतीय संस्कृति से दूर हो जाते. और इसके बाद उनके लिए देश बदलना काफी मुश्किल हो जाता है.

दिलचस्प बात है कि माधुरी को एक स्ट्रिक्‍ट मदर के तौर पर जाना जाता है जो अपने बच्चो को अनुशासन में रखती है. माधुरी कहती हैं कि बच्‍चों को अगर कम उम्र से ही अच्‍छी आदतें सिखा दी जाएं तो आगे चलकर उन्‍हें तमीज और अनुशासन में रखना आसान हो जाता है. और उन्होंने अपने बच्चो के लिए भारत को चुना ताकि वे यहां कि संस्कृति और रीति रिवाजों के बारे में जान सके. वहीं माधुरी कूल मॉम भी हैं, उनका मानना है कि बच्‍चे कम उम्र में ही एक मैच्‍योर आदमी की तरह बर्ताव ना करने लगें. माधुरी अपने बच्‍चों को अच्‍छे संस्‍कार देना चाहती हैं लेकिन उन्‍हें सही निर्णय लेने के काबिल भी बनाना चाहती हैं.

बहरहाल हमें यही सीख मिलती है कि इतनी फैमस और धनवान अभिनेत्री भी अपने बच्चो को लेकर बहुत चिंता करती है ताकि वे अच्छे आदमी बन पाए. जहा पैसा आ जाने पर लोग अपने बच्चो को बिगाड़ देते है वहीं माधुरी ने ऐसा नहीं होने दिया. माधुरी दीक्षित हर मां को बहुत बड़ी सीख देती हैं और वो है कि अपने बच्‍चों में कम उम्र में ही अच्‍छे संस्‍कार और आदतें डालने की कोशिश करनी चाहिए फिर चाहे आप भारत में रहें या विदेश में.