अगर बॉडी में दिख रहे हैं ये लक्ष्ण तो अभी हो जाईये सावधान, ब्लड कैंसर का हो सकता है ख़तरा

लापरवाही की वजह से दुनिया में बहुत कुछ घटित हो जाती है. कई बार गंभीर बीमारी का डर होता है तो कई बार जान का भी खतरा बन जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम किसी भी चीज की नजर अंदाजी ना करे क्योंकि कई बार यह जान पर बन जाती है. हम सोच भी नहीं सकते कि एक मामूली सा समझे जाने वाला सिरदर्द कब माइग्रेन का रूप ले ले और कब एक छोटा सा निशान बड़े बीमारी का संकेत हो. बीमारियां न अमीरी देखती है ना गरीबी यह लापरवाही से बढ़ती है. हाल ही में यह खबर आई है कि अभिनेत्री और बीजेपी की सदस्य किरण खेर ब्लड कैंसर का सामना कर रही है.

कम करता है इम्यूनिटी

बता दे कि अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर ब्लड कैंसर से जूझ रही है. किरण के बाए हाथ में फ्रैक्चर हो गया था जिसके इलाज के दौरान उन्हें पता चला कि वह मल्टीपल माइलोमा नाम की बीमारी से जूझ रही हैं. आइए जानें क्या है इन बीमारियों के प्रभाव और इलाज़ ताकि आप सबक ले कर सुरक्षित रहे. दरअसल माइलोमा प्लास्मा सैल्स को प्रभावित करता हैं, जिससे इम्यूनिटी कम होने लगती है. हीमोग्लोबिन में भी गिरावट आती है और हड्डियां कमजोर होने लगती है. शरीर में कैल्शियम की कमी भी पाई जाती है. हर बीमारी कुछ ना कुछ संकेत जरुर देती है. आप इन्हे ध्यान में रखकर सुरक्षित रह सकते है.

ये लक्ष्ण हैं प्रभावी

जानकारी दे दे कि ब्लड कैंसर की लक्षणों में शामिल है वजन में गिरावट, फेफड़ों में समस्या और हर वक़्त थकान महसूस करना. मरीज़ में लाल रक्त कोशिकाएं कम होने लगती है जिससे खून की कमी हो जाती है. बता दे कि हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द,पेट में सूजन, मल त्यागते समय दर्द और भूख कम होने लगती है. मरीजों मे बार बार बुखार के लक्षण भी मिल है. कई बार अचानक उल्टियां या दस्त लगना, चमड़ी में खींचाव, स्किन में नीले धब्बे और जबड़ों में सूजन और खून का आना भी इसी के लक्षण हो सकते हैं.

इलाज है संभव

हालांकि कैंसर जानलेवा बीमारी है मगर अब इसका इलाज संभव है. मगर ज़रूरी यह है कि हम बिना लापरवाही डॉक्टर से जांच कराए. क्यूंकि अगर कैंसर पहली स्टेज में ना पकड़ी जाए तो इलाज कमजोर पड़ जाता है. विज्ञान की मदद से आज हर कुछ मुमकिन है. कीमोथेरेपी व दवाइयों के जरिए इसे मात दी जा सकती है. जरूरत है सतर्क रहने की. कैंसर कोई भी हो इसका संबंध हमारे लाइफस्टाइल से ही है. हैल्दी खाएं पूरी नींद लें और खुद को प्रदूषित वातावरण से बचाएं. योग और एक्सरसाइज की मदद ले. तम्बाकू अल्कोहल से हमेशा दूरी बनाए रखे.