कैंसर का पता चलते ही फूट-फूटकर रोये थे संजय दत्त, बोले- ‘तब मैं काफी डर गया था…’

संजय दत्त हिंदी सिनेमा जगत के जाने माने और टैलेंटेड अभिनेताओं में से एक हैं उनके चाहने वालों की संख्या लाखों में मौजूद है. इतना ही नहीं संजय दत्त को हिंदी सिनेमा जगत में खलनायक के नाम से भी जाना जाता है. लेकिन अब यह अभिनेता ‘केजीएफ 2’ मूवी में अधीरा का दमदार किरदार निभाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इनकी एक्टिंग दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. जितना इनकी प्रोफेशनल लाइफ सुर्खियों का हिस्सा बनी रहती है उतनी ही ज्यादा अभिनेता का निजी लाइफ भी चर्चा का विषय है. अभिनेता कभी भी अपने निजी जीवन के बारे में बातचीत करने से पीछे नहीं हटते. हाल ही में संजय दत्त ने अपने कैंसर के बारे में बात करते हुए बताया कि कैंसर की बीमारी का पता चलने के बाद वह फूट-फूट कर रहे थे.

बीमारी का पता चलने के बाद डर गए थे अभिनेता

एक इंटरव्यू के दौरान अभिनेता ने इस बात का खुलासा किया कि वह लॉकडाउन का समय था जब सीढ़ियां चढ़ते हुए उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी. उन्होंने बताया कि, ‘जब मैं नहाने गया तब भी मेरे लिए सांस लेना काफी ज्यादा मुश्किल हो रही थी मुझे नहीं पता था कि मेरे साथ क्या हो रहा है. इसलिए मैंने अपने डॉक्टर को कॉल किया जिसके बाद मेरे एक्स-रे हुए. एक्स-रे में आया कि मेरे आधे से ज्यादा फेफड़ों में पानी भर चुका है डॉक्टरों का मानना था कि ऐसा टीबी के कारण हो सकता है लेकिन वह कैंसर निकला.’

कईं घंटों तक फूट-फूटकर रोए थे अभिनेता

अभिनेता ने आगे कहा कि, ‘जब मुझे अपने कैंसर के बारे में पता चला तब मेरी बहन घर पर आई हुई थी और मैंने अपनी बहन को बताया कि मुझे कैंसर है और अब आगे क्या करना चाहिए. जिसके बाद सब लोगों ने बात की थी क्या किया जाए? लेकिन बाद में मैं अपने बच्चों पत्नी और परिवार के बारे में सोच सोच कर दो-तीन घंटे तक फूट-फूट कर रोया फिर जैसे-तैसे मैंने खुद को संभाला और सोचा कि मैं कमजोर नहीं पड़ सकता.

राकेश रोशन ने इलाज के लिए बताया था डॉक्टर

संजय दत्त ने आगे बातचीत करते हुए बताया कि, ‘इसके बाद हमने यूएसए इलाज करवाने के बारे में सोचा लेकिन वीजा नहीं मिला जिसके बाद मैंने कहा कि मैं यही पर रह कर अपना इलाज करवा लूंगा. जिसके बाद राकेश रोशन ने मुझे डॉक्टर के बारे में बताया और मैं डॉक्टर के पास गया डॉक्टर ने मुझसे कहा कि आपको उल्टी आ सकती है बाल भी उड़ जाएंगे और भी बहुत कुछ होगा जिसके बाद मैंने कहा कि मेरे बाल नहीं उड़ेंगे. यह सुन कर डॉक्टर जोर-जोर से हंसने लगी.’

डटकर किया सामना

आगे अभिनेता ने बताया कि, ‘मैं दुबई में कीमोथेरेपी के लिए जाया करता था और बाद में बैडमिंटन कोर्ट में दो-तीन घंटे बैडमिंटन खेला करता था. कहने को तो यह पागलपन था लेकिन मैं ऐसा ही किया करता था.’ आगे अभिनेता ने बताया कि कैंसर से लड़ने के लिए कैंसर से डरना नहीं होता बल्कि उसका निडरता से मुकाबला करना होता है. अब उनका कहना है कि वह पूरी तरह से स्वस्थ है और अपने डेली रूटीन में डालने की कोशिश कर रही है क्योंकि उनका कहना है कि उन्हें पुराने वाला संजय दत्त वापिस चाहिए.